गुप्तकाल एवं उत्तर गुप्तकाल
Short Questions Answer
प्रश्न: गुप्त वंश की स्थापना किसने की थी?
उत्तर: गुप्त वंश की स्थापना श्रीगुप्त ने की थी।
प्रश्न: गुप्त वंश का पहला प्रसिद्ध शासक कौन था?
उत्तर: गुप्त वंश का पहला प्रसिद्ध शासक चन्द्रगुप्त प्रथम था।
प्रश्न: समुद्रगुप्त का राजकवि कौन था?
उत्तर: समुद्रगुप्त का राजकवि हरिषेण था।
प्रश्न: समुद्रगुप्त की विजयों की जानकारी कहाँ से मिलती है?
उत्तर: इलाहाबाद के स्तंभ लेख (प्रयागप्रशस्ति) से समुद्रगुप्त की विजयों की जानकारी मिलती है।
प्रश्न: चन्द्रगुप्त द्वितीय ने कौन-सी उपाधि धारण की थी?
उत्तर: चन्द्रगुप्त द्वितीय ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की थी।
प्रश्न: गुप्तकाल को ‘स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि इस काल में कला, साहित्य, व्यापार और विज्ञान का अत्यधिक विकास हुआ।
प्रश्न: प्रसिद्ध चीनी यात्री फाह्यान भारत कब आया था?
उत्तर: फाह्यान चन्द्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल में भारत आया था।
प्रश्न: गुप्तकाल के प्रसिद्ध साहित्यकार का नाम बताइए।
उत्तर: गुप्तकाल के प्रसिद्ध साहित्यकार कालिदास थे।
प्रश्न: गुप्तकाल में गणित और ज्योतिष के क्षेत्र में किसने योगदान दिया?
उत्तर: गणित और ज्योतिष के क्षेत्र में आर्यभट्ट और वराहमिहिर ने योगदान दिया।
प्रश्न: गुप्त साम्राज्य के पतन का मुख्य कारण क्या था?
उत्तर: हूणों के बार-बार आक्रमण से गुप्त साम्राज्य का पतन हुआ।
Long Questions Answer
प्रश्न: गुप्त वंश की स्थापना और प्रमुख शासकों के कार्यों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: गुप्त वंश की स्थापना श्रीगुप्त ने की थी।
चन्द्रगुप्त प्रथम ने राज्य का विस्तार किया और समुद्रगुप्त ने कई राज्यों को जीतकर एक विशाल साम्राज्य बनाया।
उसके पुत्र चन्द्रगुप्त द्वितीय ने शकों को हराया और ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की।
प्रश्न: गुप्तकाल को भारतीय इतिहास का ‘स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: गुप्तकाल में कला, साहित्य, विज्ञान और व्यापार का अद्भुत विकास हुआ।
कालिदास, आर्यभट्ट, वराहमिहिर जैसे विद्वान इसी समय हुए।
समाज समृद्ध और शांतिपूर्ण था, इसलिए इसे ‘स्वर्ण युग’ कहा जाता है।
प्रश्न: समुद्रगुप्त की विजयों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: समुद्रगुप्त ने उत्तर भारत के 9 राजाओं और दक्षिण भारत के 12 राज्यों को जीत लिया था।
उसने दक्षिण के राजाओं को पराजित करने के बाद उनके राज्य लौटा दिए।
उसकी विजयों का विवरण प्रयागप्रशस्ति में मिलता है।
प्रश्न: चन्द्रगुप्त द्वितीय की उपलब्धियाँ क्या थीं?
उत्तर: चन्द्रगुप्त द्वितीय ने शकों को हराकर अपना साम्राज्य विस्तृत किया।
उसने उज्जैन को द्वितीय राजधानी बनाया और ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की।
उसके शासनकाल में फाह्यान भारत आया था।
प्रश्न: गुप्तकाल की प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन कीजिए।
उत्तर: गुप्तकाल में साम्राज्य को प्रांतों, जिलों और ग्रामों में बाँटा गया था।
प्रांतों का शासन उपरिक महाराज, जिलों का विषयपति और ग्राम का मुखिया करता था।
शासन सुव्यवस्थित और न्यायप्रिय था।
प्रश्न: गुप्तकाल की सामाजिक व्यवस्था की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: गुप्तकाल में समाज जातियों में विभाजित था।
लोग धार्मिक, ईमानदार और सहिष्णु थे।
अधिकतर लोग शाकाहारी थे और स्त्रियों को भी सम्मान प्राप्त था।
प्रश्न: गुप्तकाल में व्यापार और व्यवसाय की स्थिति कैसी थी?
उत्तर: गुप्तकाल में व्यापार बहुत उन्नत था।
थल और जल दोनों मार्गों से व्यापार होता था।
उज्जैन, मथुरा, कौशाम्बी और ताम्रलिप्त जैसे नगर प्रमुख व्यापारिक केंद्र थे।
प्रश्न: गुप्तकाल की कला और स्थापत्य की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: इस काल में मंदिर, गुफाएँ और मूर्तियाँ बनाई गईं।
उदयगिरि, देवगढ़ और तिगवा के मंदिर प्रसिद्ध हैं।
अजंता और बाघ की गुफाओं की चित्रकला इस युग की उत्कृष्ट कृति है।
प्रश्न: गुप्तकाल में साहित्य और विज्ञान की उन्नति का वर्णन कीजिए।
उत्तर: कालिदास ने ‘मेघदूत’ और ‘अभिज्ञान शाकुन्तलम्’ जैसे ग्रंथ लिखे।
आर्यभट्ट ने ज्योतिष और गणित में दशमलव पद्धति का प्रयोग किया।
वराहमिहिर और कामन्दक भी प्रसिद्ध विद्वान थे।
प्रश्न: हर्षवर्द्धन के शासन की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: हर्षवर्द्धन वर्धन वंश का प्रतापी शासक था।
उसने बंगाल के राजा शशांक को हराया और थानेश्वर व कन्नौज को मिलाकर राज्य का विस्तार किया।
वह उदार, दयालु और विद्वानों का सम्मान करने वाला राजा था।

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