हमारा स्थानीय स्वशासन
Short Questions Answer
प्रश्न: ग्राम पंचायत के मुखिया को क्या कहा जाता है?
उत्तर: ग्राम पंचायत के मुखिया को सरपंच कहा जाता है।
प्रश्न: पंचायतों का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?
उत्तर: पंचायतों का कार्यकाल पाँच वर्ष का होता है।
प्रश्न: ग्राम सभा की बैठक कितने माह में होती है?
उत्तर: ग्राम सभा की बैठक प्रत्येक तीन माह में होती है।
प्रश्न: जिला पंचायत के अध्यक्ष को कौन-सा दर्जा प्राप्त है?
उत्तर: जिला पंचायत के अध्यक्ष को राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त होता है।
प्रश्न: मतदाता किसे कहते हैं?
उत्तर: 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के वे स्त्री-पुरुष जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज है, उन्हें मतदाता कहते हैं।
प्रश्न: ग्राम पंचायत में सरपंच की अनुपस्थिति में कौन कार्य करता है?
उत्तर: सरपंच की अनुपस्थिति में उपसरपंच कार्य करता है।
प्रश्न: ग्राम पंचायत का मुख्य कार्य क्या है?
उत्तर: ग्राम पंचायत का मुख्य कार्य गांव के सामान्य प्रशासन और नागरिक सुविधाओं की देखभाल करना है।
प्रश्न: ग्राम पंचायत की आय का एक साधन लिखिए।
उत्तर: ग्राम पंचायत हाट, मेलों, सफाई और मकानों पर कर लगाकर आय प्राप्त करती है।
प्रश्न: जनपद पंचायत का सर्वोच्च अधिकारी कौन होता है?
उत्तर: जनपद पंचायत का सर्वोच्च अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी होता है।
प्रश्न: पंचायत राज व्यवस्था भारत में कब लागू की गई?
उत्तर: संविधान के 73वें संशोधन के अनुसार 24 अप्रैल 1994 से पंचायती राज व्यवस्था लागू की गई।
Long Questions Answer
प्रश्न: स्थानीय स्वशासन का अर्थ समझाइए।
उत्तर: जब किसी क्षेत्र के लोग किसी समिति या संस्था के माध्यम से स्वयं मिलकर अपनी समस्याओं का समाधान करते हैं और उचित वैधानिक उपाय करते हैं, तो उसे स्थानीय स्वशासन कहते हैं।
यह लोगों को आत्मनिर्भर और सहयोगी बनाता है तथा स्थानीय विकास में सहभागिता बढ़ाता है।
प्रश्न: ग्राम पंचायत का गठन कैसे होता है?
उत्तर: ग्राम पंचायत का गठन कम से कम 1000 की आबादी पर किया जाता है।
छोटे गांवों को मिलाकर एक पंचायत बनाई जाती है।
इसमें 10 से 20 वार्ड होते हैं, जिनसे पंच चुने जाते हैं।
मतदाता सीधे सरपंच का चुनाव करते हैं, और पंचों में से उपसरपंच चुना जाता है।
प्रश्न: ग्राम पंचायतें ग्रामों के विकास के लिए क्या-क्या कार्य करती हैं?
उत्तर: ग्राम पंचायत गांव की सफाई, स्वास्थ्य, पानी, शिक्षा और प्रकाश व्यवस्था की देखभाल करती है।
यह ग्राम के मार्गों की मरम्मत, जन्म-मृत्यु का लेखा, हाट-मेलों का आयोजन और वृक्षारोपण के कार्य भी करती है।
प्रश्न: ग्राम पंचायत की आय के साधन कौन-कौन से हैं?
उत्तर: ग्राम पंचायत हाट, मेलों, सफाई, बिजली और मकानों पर कर लगाकर आय प्राप्त करती है।
इसके अलावा राज्य सरकार से अनुदान भी मिलता है।
पंचायत की वार्षिक आय और व्यय का विवरण ग्राम सभा में प्रस्तुत किया जाता है।
प्रश्न: जनपद पंचायत का गठन और कार्यविधि समझाइए।
उत्तर: जनपद पंचायत का गठन विकासखंड स्तर पर किया जाता है।
इसके सदस्य पाँच वर्ष के लिए चुने जाते हैं।
जनपद पंचायत ग्राम पंचायतों के कार्यों की देख-रेख करती है, विकास योजनाएँ बनाती है और सरकारी धन उपलब्ध कराती है।
प्रश्न: जनपद पंचायत के मुख्य कार्य कौन-कौन से हैं?
उत्तर: जनपद पंचायत ग्राम पंचायतों को सहायता और अनुदान देती है।
यह कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला और बाल कल्याण, रोजगार और परिवार नियोजन जैसे कार्य करती है।
प्राकृतिक आपदाओं में सहायता भी जनपद पंचायत का कार्य है।
प्रश्न: जिला पंचायत का गठन कैसे होता है?
उत्तर: जिला पंचायत के सदस्य मतदाताओं द्वारा पाँच वर्ष के लिए चुने जाते हैं।
सदस्यों की संख्या 10 से 35 तक होती है।
विधान सभा, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य तथा जनपद पंचायतों के अध्यक्ष इसके सदस्य होते हैं।
प्रश्न: जिला पंचायत के कार्य क्या हैं?
उत्तर: जिला पंचायत ग्राम और जनपद पंचायतों के कार्यों की देख-रेख करती है।
यह विकास कार्यों के लिए धन उपलब्ध कराती है और सरकारी विभागों के बीच समन्वय करती है।
जिला स्तर पर योजनाओं का संचालन भी करती है।
प्रश्न: स्थानीय स्वशासन का महत्व लिखिए।
उत्तर: स्थानीय स्वशासन से लोग अपनी समस्याएँ स्वयं सुलझा सकते हैं।
इससे आत्मनिर्भरता, सहकारिता और नेतृत्व की भावना का विकास होता है।
यह व्यवस्था लोगों में जिम्मेदारी और अनुभव की भावना बढ़ाती है।
प्रश्न: त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था क्या है?
उत्तर: भारत में पंचायती राज व्यवस्था तीन स्तरों पर कार्य करती है—
(1) ग्राम पंचायत – गाँव स्तर पर,
(2) जनपद पंचायत – विकासखंड स्तर पर,
(3) जिला पंचायत – जिला स्तर पर।
इन तीनों मिलकर त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था बनाती हैं।

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