ग्लोब और मानचित्र
Short Questions Answer
प्रश्न: ग्लोब किसे कहते हैं?
उत्तर: पृथ्वी के प्रतिरूप या नमूने को ग्लोब कहते हैं। यह पृथ्वी की आकृति का सही प्रतिनिधित्व करता है।
प्रश्न: पृथ्वी का आकार कैसा है?
उत्तर: पृथ्वी का आकार गोलाकार है और ध्रुवों पर थोड़ी चपटी है।
प्रश्न: ग्लोब पर सबसे अधिक कौन-सा रंग दिखाई देता है?
उत्तर: नीला रंग, जो जल भाग को दर्शाता है।
प्रश्न: पृथ्वी अपने अक्ष पर कितने डिग्री झुकी हुई है?
उत्तर: पृथ्वी अपने अक्ष पर 23½° झुकी हुई है।
प्रश्न: पृथ्वी पर कितने महाद्वीप हैं?
उत्तर: पृथ्वी पर 7 महाद्वीप हैं।
प्रश्न: पृथ्वी पर कितने महासागर हैं?
उत्तर: पृथ्वी पर 4 प्रमुख महासागर हैं।
प्रश्न: मानचित्र किसे कहते हैं?
उत्तर: किसी भू-भाग का मापक के अनुसार समतल सतह पर चित्रण मानचित्र कहलाता है।
प्रश्न: मानचित्र शब्द की उत्पत्ति किस भाषा से हुई है?
उत्तर: मानचित्र शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द ‘मेप्पा’ (Mappa) से हुई है।
प्रश्न: मानचित्र की दिशा किस चिन्ह द्वारा दिखाई जाती है?
उत्तर: मानचित्र की दिशा तीर के चिन्ह द्वारा दिखाई जाती है।
प्रश्न: मापक किसे कहते हैं?
उत्तर: मानचित्र के दो स्थानों की दूरी और धरातल पर उन्हीं स्थानों की वास्तविक दूरी के अनुपात को मापक कहते हैं।
Long Questions Answer
प्रश्न: ग्लोब क्या है और इसका क्या महत्व है?
उत्तर: ग्लोब पृथ्वी का एक नमूना है, जो उसकी आकृति का सही-सही प्रतिनिधित्व करता है।
इससे हम पृथ्वी के आकार, झुकाव, गति, जल और थल के वितरण तथा महाद्वीपों और महासागरों की स्थिति जान सकते हैं।
प्रश्न: ग्लोब की सहायता से हमें क्या-क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर:
- पृथ्वी का आकार गोलाकार है।
- पृथ्वी अपने अक्ष पर झुकी हुई है।
- ध्रुवों पर पृथ्वी थोड़ी चपटी है।
- ग्लोब से हम पृथ्वी के महाद्वीप, महासागर, पर्वत और देशों की स्थिति देख सकते हैं।
प्रश्न: महाद्वीप और महासागर किसे कहते हैं?
उत्तर:
- पृथ्वी के बड़े भू-भाग को महाद्वीप कहा जाता है, जैसे एशिया, अफ्रीका आदि।
- पृथ्वी पर फैले विशाल जल भाग को महासागर कहा जाता है, जैसे प्रशांत, अटलांटिक आदि।
प्रश्न: मानचित्र की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
उत्तर: जब हमें किसी छोटे भाग जैसे देश, राज्य, शहर या गाँव का अध्ययन करना होता है, तब ग्लोब से यह संभव नहीं होता।
ऐसे में मानचित्र हमें छोटे क्षेत्रों की स्थिति, सीमाएँ और विशेषताओं को समझने में मदद करता है।
प्रश्न: मानचित्र शब्द की उत्पत्ति कहाँ से हुई?
उत्तर: मानचित्र शब्द लैटिन भाषा के शब्द ‘मेप्पा’ से बना है, जिसका अर्थ ‘मेजपोश’ या ‘रूमाल’ होता है।
प्राचीन काल में संसार के चित्र कपड़ों पर बनाए जाते थे, इसलिए इसे ‘मेप्पा’ कहा गया।
प्रश्न: मानचित्र पढ़ने के लिए किन-किन बातों को जानना आवश्यक है?
उत्तर: मानचित्र पढ़ने के लिए चार बातें जानना आवश्यक हैं —
- शीर्षक
- दिशा
- रूढ़ चिन्ह
- मापक
इनसे हम मानचित्र को सही तरह से समझ सकते हैं।
प्रश्न: शीर्षक और दिशा का क्या महत्व है?
उत्तर:
- शीर्षक बताता है कि मानचित्र किस स्थान या विषय का है।
- दिशा हमें मानचित्र में उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम की स्थिति बताती है, जिससे स्थानों का पता चलता है।
प्रश्न: रूढ़चिन्ह क्या हैं?
उत्तर: मानचित्र में विभिन्न वस्तुओं और स्थानों को दिखाने के लिए विशेष चिन्हों का प्रयोग किया जाता है, इन्हें रूढ़चिन्ह कहा जाता है।
जैसे – रेलवे लाइन, सड़क, नदी आदि के लिए अलग-अलग चिन्ह बनाए जाते हैं।
प्रश्न: मापक का क्या उपयोग है?
उत्तर: मापक से हम मानचित्र में दर्शाई गई दूरी और वास्तविक दूरी का पता लगा सकते हैं।
उदाहरण – यदि मानचित्र में 1 से.मी. = 1 कि.मी. है, तो दो बिंदुओं की दूरी मापकर वास्तविक दूरी निकाली जा सकती है।
प्रश्न: भूगोल में ग्लोब और मानचित्र दोनों का क्या महत्व है?
उत्तर: ग्लोब से हमें पृथ्वी की आकृति और उसकी गति का ज्ञान होता है।
जबकि मानचित्र से हमें पृथ्वी के किसी छोटे भू-भाग का स्थान, दिशा, दूरी और विशेषताएँ जानने में सहायता मिलती है।

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