हमारे राष्ट्रीय प्रतीक और पहचान
परिचय
- राष्ट्रीय प्रतीक हमारे देश की एकता, स्वतंत्रता और गौरव के प्रतीक हैं।
- राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत, राष्ट्रीय पशु, पक्षी, पुष्प और चिन्ह – सब हमारी पहचान हैं।
- इन प्रतीकों का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है।
राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा)
- हमारे राष्ट्रीय ध्वज में तीन समान आड़ी पट्टियाँ होती हैं –
- ऊपर की पट्टी – गहरा केशरिया रंग (त्याग, शौर्य और बलिदान का प्रतीक)
- बीच की पट्टी – सफेद रंग (सत्य और शांति का प्रतीक)
- नीचे की पट्टी – हरा रंग (जीवन, खुशहाली और विश्वास का प्रतीक)
- सफेद पट्टी के बीच में गहरे नीले रंग का चक्र होता है, जिसमें 24 तीलियाँ होती हैं।
- यह चक्र सारनाथ स्थित अशोक स्तंभ के चक्र से लिया गया है।
- यह धर्म, गति, प्रगति और उत्साह का प्रतीक है।
ध्वज का अनुपात
- ध्वज की लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 होता है।
ध्वज फहराने के नियम
- राष्ट्रध्वज फहराते समय सावधान मुद्रा में खड़ा रहना चाहिए।
- केशरिया पट्टी हमेशा ऊपर की ओर रहनी चाहिए।
- सरकारी भवनों पर इसे प्रतिदिन फहराया जाता है और सूर्यास्त से पहले उतार लिया जाता है।
- राष्ट्रीय पर्वों पर अब घर पर भी राष्ट्रध्वज फहराया जा सकता है।
- राष्ट्रध्वज का प्रयोग सजावट के लिए नहीं करना चाहिए।
राष्ट्रीय ध्वज का प्रारूप 22 जुलाई 1947 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया।
राष्ट्रीय चिन्ह
- यह सारनाथ के अशोक स्तंभ से लिया गया है।
- इसमें चार शेर हैं (तीन सामने दिखते हैं, चौथा पीछे होता है)।
- शेरों के नीचे चौकी पर –
- बाईं ओर घोड़ा (ऊर्जा और वेग का प्रतीक)
- दाईं ओर बैल (मेहनत और दृढ़ता का प्रतीक)
- बीच में चक्र (धर्म और प्रगति का प्रतीक)
- नीचे देवनागरी में लिखा है – “सत्यमेव जयते”
- अर्थ – केवल सत्य की ही विजय होती है।
- यह चिन्ह भारत सरकार की मोहर (मुद्रा) के रूप में प्रयोग होता है।
राष्ट्रगान
- “जन-गण-मन” हमारे राष्ट्रगान का नाम है।
- इसके रचयिता गुरुदेव रविन्द्रनाथ ठाकुर हैं।
- यह गीत हमारी मातृभूमि की प्रशंसा करता है और राष्ट्रीय एकता का संदेश देता है।
- इसे राष्ट्रीय पर्वों पर ध्वज फहराने के बाद गाया जाता है।
- गायन अवधि – लगभग 52 सेकंड।
राष्ट्रगान गाते समय नियम:
- सावधान मुद्रा में खड़ा रहना चाहिए।
- गाते समय चलना या बातें नहीं करनी चाहिए।
- समूह में एक स्वर और जोश से गाना चाहिए।
राष्ट्रीय गीत
- “वन्दे मातरम्” हमारा राष्ट्रीय गीत है।
- रचयिता – बंकिमचन्द्र चटर्जी
- यह गीत स्वतंत्रता आंदोलन के समय देशभक्ति की भावना जगाने वाला था।
- इसे भी राष्ट्रगान के समान सम्मान दिया जाता है।
राष्ट्रीय पुष्प
- कमल भारत का राष्ट्रीय पुष्प है।
- यह कीचड़ में खिलता है लेकिन उससे ऊपर रहता है।
- यह प्रतीक है कि बुराई के बीच रहकर भी अच्छाई बनाए रखी जा सकती है।
- कमल प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति का प्रतीक है।
राष्ट्रीय पक्षी
- मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
- यह सुंदर और आकर्षक पक्षी है।
- इसका वर्णन भारतीय कथाओं, साहित्य और लोकजीवन में मिलता है।
- वर्षा ऋतु में इसका नृत्य प्रसिद्ध है।
- इसे भारतीय वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत पूर्ण संरक्षण प्राप्त है।
- मोर को मारना दंडनीय अपराध है।
राष्ट्रीय पशु
- बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है।
- यह शक्ति, शान, दृढ़ता और स्फूर्ति का प्रतीक है।
- बाघों की घटती संख्या को देखते हुए बाघ परियोजना (Project Tiger) अप्रैल 1973 में प्रारंभ की गई।
- इस परियोजना के तहत अब तक 27 बाघ अभ्यारण्य बनाए गए हैं।
- बाघों का शिकार करना अपराध है।
मध्यप्रदेश राज्य के प्रतीक
- राज्य पक्षी – दूधराज
- राज्य वृक्ष – बरगद
- राज्य चिन्ह – राज्य की मुद्रा
महत्वपूर्ण बातें याद रखें
- तिरंगा – राष्ट्रीय ध्वज
- जन-गण-मन – राष्ट्रगान
- वन्दे मातरम् – राष्ट्रगीत
- कमल – राष्ट्रीय पुष्प
- मोर – राष्ट्रीय पक्षी
- बाघ – राष्ट्रीय पशु
- सत्यमेव जयते – राष्ट्रीय चिन्ह का सूत्र

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