सौरमण्डल में हमारी पृथ्वी
सीखने योग्य बातें
- सौरमण्डल क्या है?
- आकाशीय पिंड और आकाशगंगा क्या हैं?
- सौरमण्डल के सदस्य कौन-कौन से हैं?
- सूर्य, ग्रह, उपग्रहों का परिचय और भेद।
- पृथ्वी को जीवित ग्रह क्यों कहा गया है।
सौरमण्डल
- सूर्य सहित उसके चारों ओर परिक्रमा करने वाले सभी आकाशीय पिंडों का समूह सौरमण्डल कहलाता है।
- इसमें सूर्य, ग्रह, उपग्रह, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु और धूलकण शामिल हैं।
सूर्य
- सौरमण्डल का मुखिया और केंद्र सूर्य है।
- यह एक धधकता हुआ गैसीय पिंड है, जिसमें हाइड्रोजन और हीलियम गैसें होती हैं।
- सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी 15 करोड़ किमी है।
- सूर्य की किरणें पृथ्वी तक 8 मिनट 19 सेकंड में पहुँचती हैं।
- सूर्य से प्रकाश और ऊर्जा मिलने से ही दिन-रात होते हैं और जीवन संभव है।
सूर्य में ऊर्जा उत्पन्न होने का कारण:
- सूर्य में हाइड्रोजन और हीलियम गैसों की परमाणु क्रियाओं से अत्यधिक ताप और प्रकाश उत्पन्न होता है।
- सतह का तापमान लगभग 6000°C और केंद्र का तापमान 1.5 करोड़°C तक होता है।
ग्रह (Planets)
- ऐसे आकाशीय पिंड जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं, ग्रह कहलाते हैं।
- हमारे सौरमण्डल में 8 ग्रह हैं:बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण (यूरेनस), वरुण (नेपच्यून)(पहले यम (प्लूटो) को भी ग्रह माना जाता था, पर अब उसे ग्रह की श्रेणी से हटा दिया गया है।)
ग्रहों की विशेषताएँ:
| ग्रह का नाम | विशेषता |
|---|---|
| बुध | सूर्य के सबसे निकट, सबसे गर्म ग्रह; 88 दिन में परिक्रमा करता है। |
| शुक्र | सबसे चमकीला ग्रह; आकार में पृथ्वी के समान; कोई उपग्रह नहीं। |
| पृथ्वी | नीला ग्रह; जीवन वाला एकमात्र ग्रह; एक उपग्रह (चन्द्रमा)। |
| मंगल | लाल ग्रह; वैज्ञानिकों द्वारा जीवन की संभावना की खोज जारी। |
| बृहस्पति | सबसे बड़ा ग्रह; पीले रंग का; जीवन की संभावना नहीं। |
| शनि | सुंदर वलयों वाला ग्रह; बहुत ठंडा। |
| अरुण (यूरेनस) | शनि से छोटा; वलययुक्त ग्रह; अत्यधिक ठंडा। |
| वरुण (नेपच्यून) | सूर्य से सबसे दूर; 165 वर्ष में एक परिक्रमा; बहुत ठंडा। |
उपग्रह (Satellites)
- जो ग्रहों की परिक्रमा करते हैं, वे उपग्रह कहलाते हैं।
- सभी ग्रहों के उपग्रह नहीं होते।
- बुध और शुक्र के कोई उपग्रह नहीं हैं।
- चन्द्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है।
- मानव द्वारा बनाए गए उपग्रह – कृत्रिम उपग्रह कहलाते हैं (जैसे आर्यभट्ट, भास्कर, रोहिणी, एप्पल)।
कृत्रिम उपग्रहों का उपयोग:मौसम की जानकारी, संचार, रेडियो-टीवी प्रसारण, कृषि और खनिज जानकारी भेजने में।
क्षुद्रग्रह (Asteroids)
- मंगल और बृहस्पति के बीच असंख्य छोटे ठोस पिंडों की पट्टी पाई जाती है।
- इन्हें क्षुद्रग्रह कहा जाता है।
धूमकेतु (Comets)
- सिर और लंबी पूँछ वाले आकाशीय पिंड जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
- इन्हें पुच्छल तारे भी कहते हैं।
- प्रसिद्ध धूमकेतु – हैली (Halley) धूमकेतु, जो हर 76 वर्ष में दिखाई देता है।
उल्काएं (Meteors)
- रात में अचानक चमकती हुई रेखा जैसी रोशनी दिखाई देती है -यह तारों का टूटना नहीं, बल्कि पृथ्वी के वायुमंडल में जलती उल्काएं हैं।
पृथ्वी – एक अनोखा जीवित ग्रह
- पृथ्वी सूर्य से तीसरा ग्रह है।
- यह अपनी परिक्रमा 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट में पूरी करती है।
- पृथ्वी अपने अक्ष पर 23 घंटे 56 मिनट में एक बार घूमती है।
- आकार में यह सौरमण्डल का पाँचवाँ सबसे बड़ा ग्रह है।
- इसका आकार गोल है पर ध्रुवों पर थोड़ा चपटा है।
पृथ्वी को जीवित ग्रह क्यों कहा गया है?
पृथ्वी पर जीवन के लिए सभी अनुकूल परिस्थितियाँ हैं –
- उचित दूरी – न बहुत गर्म, न बहुत ठंडी; औसत तापमान लगभग 15°C।
- जल की उपलब्धता – जल ठोस, तरल और गैसीय तीनों रूपों में मिलता है।
- ऑक्सीजन गैस – जीवनदायिनी गैस पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है।
- ओजोन परत – सूर्य की हानिकारक किरणों से पृथ्वी को बचाती है।
- तीन परिमण्डल – वायुमण्डल, जलमण्डल और स्थलमण्डल का संतुलन।
- दिन और रात का नियमित क्रम – जीवन के लिए आदर्श समयानुपात।
इन्हीं कारणों से पृथ्वी को जीवित ग्रह कहा जाता है।
चन्द्रमा (Moon)
- पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह।
- पृथ्वी से इसकी दूरी लगभग 3,84,000 किमी है।
- आकार में पृथ्वी से चार गुना छोटा है।
- चन्द्रमा 27 दिन 7 घंटे में एक बार पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
- चन्द्रमा के कृष्ण पक्ष (घटता) और शुक्ल पक्ष (बढ़ता) के चरण होते हैं।
- पूर्णिमा – जब चन्द्रमा पूरा दिखाई देता है।
- अमावस्या – जब वह बिल्कुल नहीं दिखता।
- चन्द्रमा सूर्य से प्रकाशित होता है और इसका एक ही भाग सदैव पृथ्वी से दिखाई देता है।
तारे (Stars)
- तारे अपने प्रकाश और ऊर्जा से चमकते हैं।
- सूर्य भी एक तारा है।
- निकटतम तारा – प्रोक्सिमा सेंटॉरी, जो लगभग 4⅓ प्रकाश वर्ष दूर है।
प्रकाश वर्ष:वह दूरी जिसे प्रकाश 3 लाख किमी/सेकंड की गति से एक वर्ष में तय करता है।
आकाश गंगा (Milky Way)
- रात के आकाश में दिखाई देने वाली दूधिया पट्टी वास्तव में असंख्य तारों का समूह है।
- इसे आकाश गंगा कहते हैं।
- हमारा सूर्य इसी आकाश गंगा के एक छोर पर स्थित है।
ब्रह्माण्ड (Universe)
- सारे पदार्थों, तारों, आकाशगंगाओं और ऊर्जा का अंतहीन समूह ब्रह्माण्ड कहलाता है।
- यह अनंत और असीमित है।

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