Short Questions
प्रश्न: पाठ का नाम क्या है?
उत्तर: नीति के दोहे
प्रश्न: कबीर ने अति की तुलना किससे की है?
उत्तर: बरसना और धूप
प्रश्न: निन्दक को कहाँ रखने को कहा गया है?
उत्तर: नियरे (निकट)
प्रश्न: रहीम ने तरुवर और सरवर के बारे में क्या कहा?
उत्तर: फल नहीं खाते, पानी नहीं पीते
प्रश्न: तुलसीदास ने काया की तुलना किससे की?
उत्तर: खेत से
प्रश्न: संत हंस क्या गहते हैं?
उत्तर: गुण
प्रश्न: विद्या धन कैसे मिलता है?
उत्तर: उद्यम से
प्रश्न: करत-करत अभ्यास से क्या होता है?
उत्तर: जड़मति सुजान हो जाती है
प्रश्न: सज्जन क्या नहीं तजते?
उत्तर: सजनता
प्रश्न: भरपूर वर्षा कब होती है?
उत्तर: कलसे का पानी गरम हो, चिड़िया धूल में नहाए, चींटी अण्डा ले चले
Long Questions
प्रश्न: कबीर के अनुसार निन्दक को निकट रखने से क्या लाभ है?
उत्तर: निन्दक को निकट रखने से आँगन में कुटी छवाय बन जाती है। वह बिन पानी साबुन के स्वभाव को निर्मल करता है।
प्रश्न: ‘एकै साधे सब सधै’ से क्या तात्पर्य है?
उत्तर: एकै साधे सब सधै से मतलब है कि मूल को सींचने से सब कुछ सध जाता है। रहिमन मूलहिं सींचिबो से फूल फल अघाय।
प्रश्न: कवि तुलसीदास ने ‘काया’ और ‘मन’ की तुलना किससे की है?
उत्तर: तुलसीदास ने काया को खेत और मनसा को किसान से तुलना की है। पाप पुण्य दोऊ बीज हैं, बुवै सो लुनै निदान।
प्रश्न: ‘संत हंस गुन गहहि पय’ से कवि का क्या आशय है?
उत्तर: संत हंस गुण गहते हैं और विकार को छोड़ते हैं। जड़ चेतन गुन दोष मय विश्व कीन्ह करतार।
प्रश्न: कवि वृन्द ने सज्जन पुरुष के स्वभाव की क्या विशेषता बताई है?
उत्तर: सज्जन दोष अपार होने पर भी सजनता नहीं तजते। जैसे चन्दन छेदने पर भी कुठार को सुरभित करता है।
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