Short Questions
प्रश्न: कविता में फिसड्डी रहने का क्या अर्थ है?
उत्तर: पीछे रहना और दूसरों की सहायता पर जीना।
प्रश्न: कवि के अनुसार उत्साह की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर: जीवन में आगे बढ़ने के लिए।
प्रश्न: दूसरों के सहारे जीने का भाव कविता की कौन-सी पंक्ति में आया है?
उत्तर: “किसी का दिया दूध पीते रहे”।
प्रश्न: हमें महूरत की प्रतीक्षा में क्यों नहीं रुकना चाहिए?
उत्तर: क्योंकि समय निकलता जा रहा है।
प्रश्न: अपने अतीत पर अभिमान करना उचित है या नहीं?
उत्तर: नहीं, यह उचित नहीं है।
प्रश्न: कविता में लहरों का क्या अर्थ है?
उत्तर: जीवन के उतार-चढ़ाव।
प्रश्न: लपटों से कवि का क्या तात्पर्य है?
उत्तर: जीवन के कष्ट।
प्रश्न: कवि ने बुरी जिंदगी किसे कहा है?
उत्तर: फिसड्डी और दूसरों के सहारे जीने वाली जिंदगी।
प्रश्न: कवि ने हमें क्या बदलने को कहा है?
उत्तर: अपना भाग्य।
प्रश्न: कविता में शर्मिंदगी का क्या अर्थ है?
उत्तर: शर्म की बात।
Long Questions
प्रश्न: व्यक्ति को जीवन में सफल होने के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर: जीवन में सफल होने के लिए उत्साह और जोश के साथ लगातार आगे बढ़ना जरूरी है। कवि कहता है कि हमें लहरों और लपटों में भी पलते रहना चाहिए।
प्रश्न: कवि के अनुसार बुरी जिंदगी कौन-सी है?
उत्तर: फिसड्डी रहना और दूसरों के दिए दूध पर जीना बुरी जिंदगी है। यह शर्मिंदगी का कारण बनता है।
प्रश्न: शर्मिंदगी से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए?
उत्तर: हमें आराम छोड़कर उत्साह के साथ आगे बढ़ना चाहिए। कवि कहता है कि जोश के साथ लहरों और लपटों में पलते चलना चाहिए।
प्रश्न: हम ‘बड़े शेर’ कब थे और कैसे?
उत्तर: हम पहले शक्तिशाली थे, पर उस अतीत में खो जाना गलत है। कवि कहता है कि अब जमाना बदल चुका है, इसलिए भाग्य बदलना होगा।
प्रश्न: उत्साह कविता का मूल-भाव क्या है?
उत्तर: कविता का मूल-भाव है कि जीवन की कठिनाइयों में भी उत्साह के साथ आगे बढ़ना चाहिए। रुकना या अतीत में खो जाना ठीक नहीं है।
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