लेखक: प्रेमकोमल बूँदिया
उद्देश्य (आइए सीखें)
- कहानी के माध्यम से दयालुता का भाव समझना।
- संयुक्त क्रिया से परिचय प्राप्त करना।
- योजक चिह्न (-) के प्रयोग को सीखना।
कहानी का सारांश
यह कहानी एक दयालु और न्यायप्रिय राजा की है, जो अपने राज्य में सभी को सुखी रखना चाहता था। राजकुमार के जन्मदिन पर राजा ने सबसे सुंदर उपहार लाने वाले को 10,000 स्वर्ण मुद्राएँ देने का ऐलान किया। सभी लोग महंगे और सुंदर उपहार लाए, लेकिन एक गरीब व्यक्ति दीनू के पास केवल आटे की रोटियाँ थीं। उसने रास्ते में भूखे भिखारी, कुत्तों, गाय और बछड़े को रोटियाँ बाँट दीं। राज दरबार में दीनू ने केवल एक रोटी उपहार में दी। राजा ने दीनू के दयालु स्वभाव को देखकर उसे सबसे अच्छा उपहार देने वाला घोषित किया और उसे स्वर्ण मुद्राएँ, जमीन, और परिवार के भरण-पोषण की सुविधा दी। यह कहानी दयालुता और परोपकार का महत्व सिखाती है।
कहानी की मुख्य बातें
1. राजा का स्वभाव:
- राजा बहुत दयालु और न्यायप्रिय था।
- वह अपने राज्य में किसी को दुखी नहीं देखना चाहता था।
- वह कर्मचारियों को राज्य का जायजा लेने भेजता था और जरूरतमंदों की मदद करता था।
- अगर कर्मचारी कामचोर होते, तो राजा खुद युक्ति निकालकर लोगों की मदद करता था।
2. राजकुमार का जन्मदिन:
- राजकुमार के जन्मदिन पर राजा ने सबसे सुंदर उपहार लाने वाले को 10,000 स्वर्ण मुद्राएँ देने का ऐलान किया।
- सेठ-साहूकारों ने सोने-चाँदी के खिलौने और नए कपड़े बनवाए।
3. दीनू का उपहार:
- दीनू एक गरीब व्यक्ति था, जिसके पास केवल आटे की रोटियाँ थीं।
- उसने अपनी पत्नी से रोटियाँ बनवाईं और राज दरबार की ओर निक部分
- रास्ते में उसने एक भिखारी को 4 रोटियाँ, दो कुत्तों को 2-2 रोटियाँ, एक गाय को 1 रोटी, और एक बछड़े को 1 रोटी दी।
- राज दरबार में उसके पास केवल 1 रोटी बची थी।
4. राज दरबार में घटना:
- दीनू राज दरबार में अपनी एक रोटी लेकर गया और शर्मिंदगी महसूस करता था।
- राजा ने उससे उसका उपहार माँगा और दीनू ने रोटी दी, जिस पर लोग हँस पड़े।
- दीनू ने बताया कि उसने रास्ते में जरूरतमंदों को रोटियाँ बाँट दी थी।
- राजा ने दीनू के दयालु स्वभाव की प्रशंसा की और उसे सबसे अच्छा उपहार देने वाला घोषित किया।
5. राजा का निर्णय:
- दीनू को 10,000 स्वर्ण मुद्राएँ, 10 एकड़ जमीन, और जीवन भर के लिए भरण-पोषण की सुविधा दी गई।
- राजा ने कहा कि दीनू ने भूखों की भूख मिटाई और उनकी दुआएँ राजकुमार के लिए लाया, जो सबसे बड़ा उपहार है।
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