लेखक: संकलित
उद्देश्य (आइए सीखें)
- प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी देते हुए उनके निदान का ज्ञान कराना।
- शब्दों का वाक्यों में प्रयोग सिखाना।
- वाक्य और उसके प्रकारों का ज्ञान कराना।
- संवाद शैली से अवगत कराना।
संवाद का सारांश
यह पाठ एक संवाद के रूप में है जिसमें राकेश, उसके पिता सुरेन्द्र, और मित्र पंकज, रोहित प्राकृतिक आपदाओं पर बात करते हैं। राकेश नदी किनारे पिकनिक जाना चाहता है, लेकिन पिता उसे मौसम देखकर रोकते हैं और बाढ़, सूखा, चक्रवात जैसी आपदाओं के बारे में बताते हैं। वे कारण, प्रभाव, और बचाव के उपाय बताते हैं। अंत में बच्चे बाग-बगीचे में पिकनिक मनाने का फैसला करते हैं। यह पाठ प्राकृतिक आपदाओं से जागरूकता और बचाव का महत्व सिखाता है।
संवाद की मुख्य बातें
1. राकेश की पिकनिक योजना:
- राकेश नदी किनारे पिकनिक जाना चाहता है, लेकिन पिता बादलों को देखकर बाढ़ की चेतावनी देते हैं।
- पिता बताते हैं कि बाढ़ ऊपरी इलाकों की वर्षा से भी आ सकती है।
2. प्राकृतिक आपदा का अर्थ:
- प्राकृतिक आपदा: प्रकृति में अचानक होने वाली विनाशकारी घटना, जिससे जन-धन की हानि होती है।
- उदाहरण: बाढ़, सूखा, ज्वालामुखी, भूकंप, चक्रवात, मृदा अपरदन।
3. बाढ़:
- कारण: अधिक वर्षा, वनों की कटाई, बादल फटना, भूकंप, नदियों की वहन क्षमता कम होना, पानी के प्रवाह में अवरोध।
- प्रभाव: पूर्वी भारत में अधिक, जैसे बंगाल, उड़ीसा।
- बचाव: वन लगाना, नहरी तंत्र विकसित करना, तटबंध और बाँध बनाना, बाढ़ की भविष्यवाणी।
4. चक्रवात:
- कारण: वायुमंडलीय दबाव में अचानक परिवर्तन, जलवायु से संबंध।
- प्रभाव: समुद्र में तूफान, वनस्पति, जीव-जंतु, और मनुष्यों को क्षति। बंगाल की खाड़ी के तटीय क्षेत्रों में अधिक (पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु)।
- बचाव: मौसम विभाग से चेतावनी, वायरलेस, रेडियो, टीवी से प्रसारण, पुनर्वास व्यवस्था।
- समय: गर्मी के मौसम में अधिक।
5. सूखा:
- कारण: वर्षा न होना, जलवायु दशाएँ, वनों की कटाई, मानसून का देर से आना या कम वर्षा, भू-जल का अंधाधुंध प्रयोग।
- प्रभाव: सभी दुखी होते हैं।
- बचाव: सूखा राहत कार्यक्रम, अकाल राहत कार्यक्रम, मरु विकास कार्यक्रम, जवाहर रोजगार योजना, स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना, काम के बदले अनाज कार्यक्रम। राहत: खाद्यान्न और रोजगार के रूप में, केंद्र और राज्य सरकारों से।
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