Short Questions Answer
प्रश्न: परसाई जी के अनुसार आदमी कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर: परसाई जी के अनुसार आदमी तीन प्रकार के होते हैं।
प्रश्न: समय पर घर मिलने वाले लोगों को लेखक क्या कहता है?
उत्तर: समय पर घर मिलने वाले लोगों को लेखक ‘टाइमपीस’ कहता है।
प्रश्न: प्रतीक्षा करने वाले व्यक्ति को बड़ा लड़का क्या पढ़ता हुआ दिखाता है?
उत्तर: बड़ा लड़का शिष्टता का निर्वाह करने के लिए किताब पढ़ता हुआ दिखाता है।
प्रश्न: भीतर की औरतें प्रतीक्षा करने वाले व्यक्ति के बारे में क्या कहती हैं?
उत्तर: भीतर की औरतें कहती हैं कि वह बैठ गया है और उठने का नाम नहीं लेता।
प्रश्न: छोटा लड़का दरवाजे पर आकर क्या कहता है?
उत्तर: छोटा लड़का कहता है, “ए, पापा बाहर गए हैं।”
प्रश्न: समय पर न मिलने वाले लोग शाम को मिलने पर क्या कहते हैं?
उत्तर: वे कहते हैं, “अरे, मैं तो भूल ही गया।”
प्रश्न: लेखक ने ऐसे लोगों की निंदा के बारे में क्या मत रखा है?
उत्तर: लेखक का मत है कि ऐसे लोग ज्ञानी हैं।
प्रश्न: आत्मा के बारे में लेखक क्याकहता है?
उत्तर: आत्मा अमर है और कभी मरती नहीं।
प्रश्न: अगले जन्म में आत्मा क्या चोला ले सकती है?
उत्तर: अगले जन्म में आत्मा मेंढक का चोला ले सकती है।
प्रश्न: मित्र की भावुकता के सामने लेखक क्या हो जाता है?
उत्तर: मित्र की भावुकता के सामने लेखक गाफिल हो जाता है।
Long Questions Answer
प्रश्न: समय पर घर न मिलने वाले व्यक्ति की प्रतीक्षा में क्या-क्या कठिनाइयाँ होती हैं?
उत्तर: प्रतीक्षा में व्यक्ति अखबार और विज्ञापन पढ़ता रहता है। बड़ा लड़का किताब पढ़ता है और छोटा लड़का बार-बार कहता है कि पापा बाहर गए हैं। भीतर औरतें परेशान होती हैं और व्यक्ति का मजाक उड़ाती हैं।
प्रश्न: लेखक ने समय पर न मिलने वाले लोगों को ज्ञानी क्यों कहा है?
उत्तर: लेखक ने उन्हें ज्ञानी कहा क्योंकि वे जानते हैं कि काम अनंत हैं और आत्मा अमर है। जल्दी करने की जरूरत नहीं, क्योंकि अगले जन्म में काम पूरे हो सकते हैं।
प्रश्न: छोटे लड़के का व्यवहार प्रतीक्षा करने वाले व्यक्ति के साथ कैसा होता है?
उत्तर: छोटा लड़का दरवाजे पर आकर बार-बार कहता है, “ए, पापा बाहर गए हैं।” बड़ा लड़का उसे डाँटता है, लेकिन वह खिलखिलाकर ताली बजाता है और मजा लेता है।
प्रश्न: लेखक और उसके मित्र ने निमंत्रण के समय क्या गलती की और बाद में क्या सीखा?
उत्तर: उन्होंने निमंत्रण स्वीकार करके समय पर पहुँचकर गलती की। बाद में वे सचेत हो गए और समय तय न करके किसी भी दिन आने का वादा किया।
प्रश्न: पाठ “समय पर मिलने वाले” में व्यंग्य का कैसे प्रयोग किया गया है?
उत्तर: व्यंग्य का प्रयोग समय पर न मिलने वालों के बहानों, परिवार की परेशानी और प्रतीक्षा की हास्यास्पद स्थिति में किया गया है। लेखक उन्हें ज्ञानी कहकर समाज की आलोचना करता है।
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