लक्ष्य-वेध
Short Questions
1. लक्ष्यवेध का मूल मंत्र क्या है?
उत्तर: तन्मयता।
2. अर्जुन ने गुरु द्रोण के प्रश्न का क्या जवाब दिया?
उत्तर: मुझे सिवाय आँखों की पुतली के और कुछ नहीं दिखता।
3. सूर्या जी ने रस्से का सिरा क्यों काट दिया?
उत्तर: मराठों को भागने से रोकने और लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए।
4. लेखक ने किस शब्द को जीवन में सफलता का मंत्र बताया?
उत्तर: तन्मयता।
5. सिंहगढ़ की विजय में मराठों का नेता कौन था?
उत्तर: ताना जी।
6. आचार्य द्रोण ने राजकुमारों को क्या सिखाया?
उत्तर: बाण विद्या।
7. लक्ष्यवेध के लिए बाण की तरह क्या होना चाहिए?
उत्तर: तन्मय।
8. लेखक ने उद्देश्य सिद्धि के लिए किसकी सुई का उदाहरण दिया?
उत्तर: कुतुबनुमा की सुई।
9. वैज्ञानिकों ने घास की शक्ति के बारे में क्या कहा?
उत्तर: एक एकड़ घास में इतनी शक्ति है कि सारी मोटरों और चक्कियों को चलाया जा सकता है।
10. लेखक श्रीरामनाथ सुमन की प्रमुख कृति का नाम क्या है?
उत्तर: जीवन यज्ञ।
Long Questions
1. तन्मयता का अर्थ क्या है?
उत्तर: तन्मयता का अर्थ है लक्ष्य में पूरी तरह डूब जाना, जिससे केवल वही लक्ष्य दिखे। यह तब होता है जब मन और शरीर पूरी तरह लक्ष्य पर केंद्रित हो।
2. सिंहगढ़ की विजय से जुड़ी मराठा इतिहास की घटना क्या थी?
उत्तर: मराठों ने ताना जी के नेतृत्व में सिंहगढ़ पर चढ़ाई की, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद सूर्या जी ने रस्सा काटकर मराठों को लक्ष्य पर केंद्रित किया। इससे मराठों ने हिम्मत बटोरी और सिंहगढ़ जीत लिया।
3. संसार में किस तरह के लोग होते हैं?
उत्तर: संसार में कुछ लोग काम को बोझ समझते हैं, कुछ मेहनत करते हैं, लेकिन थोड़े लोग ही लक्ष्य में तन्मय होकर काम करते हैं। ये थोड़े लोग अपनी एकाग्रता से संसार को हिला देते हैं।
4. लक्ष्यवेध के लिए लेखक ने क्या उपाय बताया है?
उत्तर: लेखक ने बताया कि लक्ष्य में पूरी तरह तन्मय होकर, मन और शरीर को उसमें केंद्रित करना चाहिए। बाण की तरह एक दिशा में ध्यान रखने से लक्ष्य प्राप्त होता है।
5. आचार्य द्रोण की परीक्षा में अर्जुन ने क्या खास किया?
उत्तर: अर्जुन ने कहा कि उन्हें चिड़िया की आँख की पुतली के सिवाय कुछ नहीं दिखता। उनकी तन्मयता के कारण वे परीक्षा में सफल हुए।
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