Short Questions
1. पटना शहर का पुराना नाम क्या है?
उत्तर: पाटलिपुत्र।
2. पाटलिपुत्र के पास कौन-सा विश्वविद्यालय था?
उत्तर: नालन्दा विश्वविद्यालय।
3. पाटलिपुत्र के पास किन नदियों का संगम है?
उत्तर: गंगा, सोन और गंडक।
4. वेधशाला किसे कहते हैं?
उत्तर: तारों और नक्षत्रों की गति का अध्ययन करने का स्थान।
5. ‘भट’ शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर: योद्धा।
6. ‘आर्यभटीय’ पुस्तक कितने भागों में विभाजित है?
उत्तर: चार भागों में – दशगीतिका, गणित, कालक्रिया और गोल।
7. ‘आर्यभटीय’ किस भाषा में लिखी गई है?
उत्तर: संस्कृत भाषा में।
8. ‘आर्यभटीय’ की खोज किसने की थी?
उत्तर: डॉ. भाऊ दाजी ने।
9. ‘आर्यभटीय’ की पोथियाँ किस लिपि में मिली थीं?
उत्तर: मलयालम लिपि में।
10. पृथ्वी किस दिशा से किस दिशा की ओर घूमती है?
उत्तर: पश्चिम से पूर्व की ओर।
11. आकाश का तारामंडल कैसा है?
उत्तर: स्थिर।
12. चन्द्रग्रहण क्यों लगता है?
उत्तर: जब पृथ्वी की छाया चन्द्रमा पर पड़ती है।
13. सूर्यग्रहण क्यों लगता है?
उत्तर: जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच आकर सूर्य को ढक लेता है।
14. राहु द्वारा ग्रहण निगलने की धारणा कैसी है?
उत्तर: कपोलकल्पित और गलत।
15. आर्यभट्ट को किस उपाधि से याद किया जाता है?
उत्तर: प्राचीन भारतीय विज्ञान का सबसे चमकीला सितारा।
Long Questions
1. पाटलिपुत्र से दूर स्थित आश्रम में ज्योतिषी और विद्यार्थी क्यों इकट्ठा होते थे?
उत्तर: वे वहाँ ग्रहण का समय निकालकर उसकी सत्यता की जाँच करते थे।
2. आर्यभट्ट ने पृथ्वी की गति के बारे में क्या समझाया?
उत्तर: पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है और आकाश स्थिर है।
3. तारामंडल हमें पूर्व से पश्चिम की ओर क्यों चलता दिखाई देता है?
उत्तर: क्योंकि पृथ्वी पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है।
4. सूर्यग्रहण और चन्द्रग्रहण के विषय में आर्यभट्ट ने क्या बताया?
उत्तर: चन्द्रग्रहण पृथ्वी की छाया से और सूर्यग्रहण चन्द्रमा के बीच आने से होता है।
5. उस समय कुछ लोग ग्रहण के बारे में क्या मानते थे?
उत्तर: वे मानते थे कि राहु नामक राक्षस सूर्य और चन्द्रमा को निगल लेता है।
6. ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी देन क्या है?
उत्तर: शून्य सहित दस अंकों से बनी दशमलव स्थानमान पद्धति।
7. ‘आर्यभटीय’ ग्रन्थ में संख्याओं के बारे में क्या लिखा है?
उत्तर: अरब तक की संख्याएँ लिखी हैं और प्रत्येक स्थान पिछले से दस गुना है।
8. आर्यभट्ट ने किस प्रकार की परम्परा की शुरुआत की?
उत्तर: गणित और ज्योतिष की नई स्वस्थ परम्परा।
9. आर्यभट्ट साहसी वैज्ञानिक क्यों कहलाए?
उत्तर: क्योंकि उन्होंने बिना डर के पुरानी गलत धारणाओं का विरोध किया।
10. आर्यभट्ट को प्राचीन भारतीय विज्ञान का सबसे चमकीला सितारा क्यों कहा जाता है?
उत्तर: उनकी विद्या, वैज्ञानिक सोच और खोजों के कारण।
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