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1. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(क) सही जोड़ी बनाइए
नहीं जेलर साहब | उनकी आँखें गीली हो जाएँगी |
मुझसे मिलने को भी | मैं अपनी माँ से नहीं मिल सकूँगा। |
ईश्वर करे अगले जन्म में भी | तेरा जी नहीं चाहता। |
मेरी याद आ जाएगी। | तुम ही मेरी माँ बनो। |
उत्तर:
नहीं जेलर साहब | मैं अपनी माँ से नहीं मिल सकूँगा। |
उनकी आँखें गीली हो जाएँगी। | मेरी याद आ जाएगी। |
मुझसे मिलने को भी | तेरा जी नहीं चाहता। |
ईश्वर करे अगले जन्म में भी | तुम ही मेरी माँ बनो। |
(ख) सही शब्द चुनकर रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए –
(अ) बिस्मिल को ……………..की सजा हुई थी।
(ब) जेलर ……………..था।
(स) बिस्मिल की माँ अपने ……………….के लिए बेसन के लड्डू लाई थी।
(द) बिस्मिल ने माँ से कहा “माँ, तुमने अपने बेटे को ……………..की गोद में डाल दिया है।”
उत्तर:
(अ) बिस्मिल को फाँसी की सजा हुई थी।
(ब) जेलर भारतीय था।
(स) बिस्मिल की माँ अपने बेटे के लिए बेसन के लड्डू लाई थी।
(द) बिस्मिल ने माँ से कहा “माँ, तुमने अपने बेटे को भारत माँ की गोद में डाल दिया है।”
2. अति लघु उत्तरीय प्रश्न –
(अ) प्रश्न: रामप्रसाद बिस्मिल से जेल में कौन मिलने आया था?
उत्तर: रामप्रसाद बिस्मिल से जेल में उनकी माँ मिलने आई थी।
(ब) प्रश्न: माँ ने बिस्मिल को कौन सा पाठ पढ़ाया था?
उत्तर: माँ ने बिस्मिल को त्याग, वीरता और देश-प्रेम का पाठ पढ़ाया था।
(स) प्रश्न: बिस्मिल ने अपनी माँ के सामने कौन सी इच्छा प्रकट की?
उत्तर: बिस्मिल ने इच्छा प्रकट की कि उनकी तस्वीर को ऐसी जगह रखा जाए जहाँ से वे आजादी का जश्न देख सकें, लेकिन कोई उनकी तस्वीर न देख सके।
(द) प्रश्न: बिदा होते समय बिस्मिल से माँ ने क्या कहा?
उत्तर: बिदा होते समय माँ ने कहा कि वे भारत माँ की अच्छी तरह सेवा करें और कोई चूक न होने पाए।
(ई) प्रश्न: जेलर किस स्वभाव का व्यक्ति था?
उत्तर: जेलर अपनापन रखने वाला और सहानुभूतिपूर्ण स्वभाव का व्यक्ति था।
3. लघु उत्तरीय प्रश्न –
(अ) प्रश्न: बिस्मिल अपनी माँ से क्यों नहीं मिलना चाहते थे?
उत्तर: बिस्मिल अपनी माँ से इसलिए नहीं मिलना चाहते थे क्योंकि उन्हें डर था कि माँ की भीगी आँखें उनके कदमों को डगमगा सकती हैं और उन्हें अपनी मौत के लिए अफसोस हो सकता है।
(ब) प्रश्न: बिस्मिल ने अपनी तस्वीर सबके सामने रखने से मना क्यों किया?
उत्तर: बिस्मिल ने अपनी तस्वीर सबके सामने रखने से मना किया क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि उनकी तस्वीर देखकर लोगों की आँखें गीली हों और आजादी के जश्न के दिन लोग आँसू बहाएँ।
(स) प्रश्न: बिस्मिल आजादी का जश्न किस रूप में देखना चाहते थे?
उत्तर: बिस्मिल आजादी का जश्न अपनी तस्वीर के जरिए देखना चाहते थे।
(द) प्रश्न: माँ को किस बात से गौरव अनुभव हो रहा था?
उत्तर: माँ को इस बात से गौरव अनुभव हो रहा था कि उनकी संतान को अपने हाथों से देश के लिए कुर्बान करने की खुशी प्राप्त हो रही है।
भाषा की बात
1. बोलिए और लिखिए –
प्रश्न: निम्नलिखित शब्दों को बोलिए और लिखिए।
क्रांतिकारी, खजाना, सराबोर, वार्तालाप, अफसोस, लहलहाती, स्वीकृति, न्यौछावर, अमुक
उत्तर: क्रांतिकारी, खजाना, सराबोर, वार्तालाप, अफसोस, लहलहाती, स्वीकृति, न्यौछावर, अमुक
2. सही वर्तनी वाले शब्द को कोष्ठक में लिखिए –
गलत रूप | सही रूप |
---|---|
भाँति, भाँती, भांति | (भांति) |
वेश भूषा, वेश भूषा, वेश भूशा | (वेशभूषा) |
स्वीक्रति, स्वीकरिती, स्वीकृति | (स्वीकृति) |
हिरदय, हरिदय, हृदय | (हृदय) |
उत्तर:
रूप | सही रूप |
---|---|
भाँति, भाँती, भांति | भांति |
वेश भूषा, वेश भूषा, वेश भूशा | वेशभूषा |
स्वीक्रति, स्वीकरिती, स्वीकृति | स्वीकृति |
हिरदय, हरिदय, हृदय | हृदय |
3. नीचे लिखे सरल, संयुक्त और मिश्र वाक्य पहचान कर उनके आगे लिखिए –
माँ से मेरी और से क्षमा माँगना, मैं उनसे न मिल सकूँगा।
मैं अपनी माँ से नहीं मिलूँगा।
मेरी इच्छा है कि तू मातृभूमि की रक्षा करे।
मेरे देश को आजादी मिले और मेरे देशवासी उस दिन आँसू बहाएँ।
जन्मभूमि पर न्यौछावर होने वाले बहादुर इस तरह की बातें नहीं करते हैं।
उत्तर:
माँ से मेरी और से क्षमा माँगना, मैं उनसे न मिल सकूँगा। (संयुक्त वाक्य)
मैं अपनी माँ से नहीं मिलूँगा। (सरल वाक्य)
मेरी इच्छा है कि तू मातृभूमि की रक्षा करे। (मिश्र वाक्य)
मेरे देश को आजादी मिले और मेरे देशवासी उस दिन आँसू बहाएँ। (संयुक्त वाक्य)
जन्मभूमि पर न्यौछावर होने वाले बहादुर इस तरह की बातें नहीं करते हैं। (सरल वाक्य)
4. समानार्थी – शब्दों को रेखा खींचकर मिलाइए –
तमन्ना | हत्यारा |
कातिल | अन्तर |
कुर्बानी | सभा |
हुक्म | बलिदान |
महफिल | इच्छा |
फर्क | आदेश |
उत्तर:
तमन्ना – इच्छा
कातिल – हत्यारा
कुर्बानी – बलिदान
महफिल – सभा
हुक्म – आदेश
फर्क – अंतर
5. नीचे दिए गए शब्दों में यथास्थान ता, ई, त्व, इय प्रत्यय लगाकर भाववाचक संज्ञाएँ बनाइए –
शब्द | अर्थ / विवरण |
---|---|
सज्जन | – |
गरीब | – |
सुन्दर | – |
व्यक्ति | – |
ठग | – |
मानव | – |
नारी | – |
उत्तर:
सज्जन – सज्जनता
गरीब – गरीबी
सुन्दर – सुन्दरता
व्यक्ति – व्यक्तित्व
ठग – ठगी
मानव – मानवता
नारी – नारीत्व
6. नीचे लिखे मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए –
आँखें बिछाना
अपने पैरों पर खड़े होना, फूला न समाना
नौ दो ग्यारह होना, कदम डगमगाना
कमर सीधी करना, पत्थर की लकीर होना
उत्तर:
आँखें बिछाना
अर्थ: बहुत आदर और प्रेम से स्वागत करना।
वाक्य: माँ ने अपने बेटे के स्वागत में आँखें बिछा दीं।
अपने पैरों पर खड़े होना
अर्थ: आत्मनिर्भर बनना।
वाक्य: कठिन परिश्रम के बाद वह अपने पैरों पर खड़ा हो गया।
फूला न समाना
अर्थ: बहुत खुश होना।
वाक्य: अपनी मेहनत का फल देखकर माँ फूली न समाई।
नौ दो ग्यारह होना
अर्थ: चुपके से भाग जाना।
वाक्य: चोर पुलिस को देखकर नौ दो ग्यारह हो गया।
कदम डगमगाना
अर्थ: हिम्मत कमजोर होना।
वाक्य: माँ की आँखों में आँसू देखकर बिस्मिल के कदम डगमगा रहे थे।
कमर सीधी करना
अर्थ: आराम करना।
वाक्य: सारा दिन काम करने के बाद उसने रात को कमर सीधी की।
पत्थर की लकीर होना
अर्थ: स्थायी और अटल होना।
वाक्य: माँ का आशीर्वाद बिस्मिल के लिए पत्थर की लकीर था।
अब करने की बारी
1. “सरफरोशी की तमन्ना” गीत को कंठस्थ कीजिए और अपनी शाला में सुनाइए।
विवरण: इस गतिविधि में आपको रामप्रसाद बिस्मिल द्वारा गाया गया गीत “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है” को याद करना है। गीत की पंक्तियाँ दस्तावेज में दी गई हैं:
सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है।
देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।
सिर्फ मिट जाने की हसरत, इक दिले बिस्मिल में है।
अब तेरी हिम्मत की चर्चा, गैर की महफिल में है।
आपको इस गीत को कंठस्थ (याद) करना है और अपनी स्कूल (शाला) में सहपाठियों या शिक्षकों के सामने सुनाना है।
2. शहीदों द्वारा गाए गए गीतों का संग्रह करके अपनी उत्तरपुस्तिका में लिखिए।
विवरण: इस गतिविधि में आपको स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों द्वारा गाए गए गीतों का संग्रह करना है। दस्तावेज में केवल “सरफरोशी की तमन्ना” गीत का उल्लेख है, लेकिन आपको अन्य शहीदों (जैसे भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद आदि) द्वारा गाए गए प्रेरणादायक गीतों को खोजकर अपनी उत्तरपुस्तिका में लिखना है। चूंकि दस्तावेज में अन्य गीतों का उल्लेख नहीं है, आप इस गतिविधि के लिए शिक्षक या पुस्तकालय से सहायता ले सकते हैं, लेकिन लिखते समय केवल वही गीत शामिल करें जो शहीदों से संबंधित हों।
3. इस एकांकी का अपने साथियों के सहयोग से कक्षा में अभिनय कीजिए।
विवरण: इस गतिविधि में आपको “शहीद की माँ” एकांकी का कक्षा में अपने सहपाठियों के साथ मिलकर अभिनय करना है। दस्तावेज में दिए गए संवादों (जेलर, बिस्मिल, और माँ के बीच) का उपयोग करें।
निर्देश:
पात्रों को बाँट लें: रामप्रसाद बिस्मिल, माँ, और जेलर।
संवादों को भावपूर्ण ढंग से बोलें, जैसा कि शिक्षण संकेत में सुझाया गया है।
संवादों के उतार-चढ़ाव और भावनाओं (जैसे देशभक्ति, माँ का गर्व, बिस्मिल की दृढ़ता) पर ध्यान दें।
जेल की कोठरी का दृश्य बनाएँ, जिसमें बिस्मिल सींखचों के पीछे गीत गाते हुए दिखें।
अभिनय को जीवंत बनाने के लिए साधारण वेशभूषा (जैसे माँ के लिए साड़ी) का उपयोग करें।
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