हार नहीं होती – सारांश
यह अध्याय “हार नहीं होती” हमें जीवन में संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास का महत्व सिखाता है। इसमें कवि ने प्रेरणादायी ढंग से बताया है कि जो लोग लगातार प्रयास करते रहते हैं, वे कभी हारते नहीं।
कवि सबसे पहले उदाहरण देते हैं कि जैसे लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, वैसे ही जीवन में डरकर पीछे हटने से सफलता नहीं मिलती। नन्हीं चींटी छोटे-से दाने को लेकर दीवार पर चढ़ती है, सैकड़ों बार गिरती है लेकिन हार नहीं मानती। उसका विश्वास और निरंतर प्रयास उसे अंततः मंज़िल तक पहुँचा देता है।
इसी प्रकार गोताखोर बार-बार गहरे समुद्र में डुबकी लगाता है। कई बार खाली हाथ लौटता है, लेकिन हार नहीं मानता और एक दिन मोती पा लेता है। कवि कहते हैं कि असफलता वास्तव में एक चुनौती है, जिसे स्वीकार करके अपनी कमी दूर करनी चाहिए। जब तक सफलता न मिले, तब तक मेहनत और संघर्ष करते रहना चाहिए।
संदेश यह है कि जीवन में बिना प्रयत्न के जय-जयकार नहीं होती। मेहनत, साहस और दृढ़ संकल्प से असंभव भी संभव हो जाता है। इसलिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए क्योंकि – “कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।”
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