1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना
- 1885 ई. में बम्बई में प्रथम अधिवेशन, अध्यक्ष – व्योमेश चन्द्र बनर्जी।
- स्थापना में ए.ओ. ह्यूम की प्रमुख भूमिका।
- 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
- उद्देश्य – भारत के विभिन्न हिस्सों के नेताओं को एक मंच पर लाना।
2. कांग्रेस की आरम्भिक माँगें (उदारवादी कांग्रेस 1885-1905)
- प्रांतीय और केन्द्रीय विधायी परिषदों में भारतीयों का प्रतिनिधित्व।
- इंडियन सिविल सर्विस परीक्षा भारत में आयोजित हो और आयु सीमा बढ़े।
- शिक्षा का प्रचार-प्रसार।
- औद्योगिक विकास।
- किसानों को कर्ज में राहत।
- हथियार कानून में संशोधन।
- प्रमुख नेता – दादाभाई नौरोजी, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी, गोपालकृष्ण गोखले, फिरोजशाह मेहता आदि।
3. बंगाल विभाजन (1905)
- वायसराय लार्ड कर्जन द्वारा किया गया।
- बंगाल को दो भागों में बाँटा गया – पूर्वी बंगाल (मुस्लिम बहुल), पश्चिमी बंगाल (हिन्दू बहुल)।
- उद्देश्य – “फूट डालो और राज करो”।
- जनता ने विरोध किया, राष्ट्रवाद को नई दिशा मिली।
4. कांग्रेस में उग्रवाद का उदय
- गरम दल (उग्रवादी) नेताओं का उदय – बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, विपिन चन्द्र पाल (लाल-बाल-पाल)।
- तिलक का नारा – “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा।”
- राजनीतिक आंदोलन के नए तरीके – हड़तालें, विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार, गणपति और शिवाजी उत्सव।
5. मुस्लिम लीग की स्थापना (1906)
- आगा खान और नवाब सलीमुल्लाह के नेतृत्व में शिमला में शिष्टमंडल ने वायसराय मिंटो से भेंट की।
- 30 दिसम्बर 1906 को ढाका में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग की स्थापना।
- उद्देश्य :
- ब्रिटिश सरकार के प्रति वफादारी बढ़ाना।
- मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों की रक्षा।
- अन्य समुदायों के प्रति विरोध न फैलाना।
6. कांग्रेस का विभाजन (1907 – सूरत अधिवेशन)
- नरम दल और गरम दल के बीच मतभेद।
- नरम दल – गोखले, दादाभाई नौरोजी आदि।
- गरम दल – तिलक, लाला लाजपत राय, विपिन चन्द्र पाल।
- सूरत अधिवेशन (1907) में दोनों दल अलग हो गए।
- तिलक को गिरफ्तार कर बर्मा भेजा गया।
7. गाँधीजी का प्रवेश और संघर्ष (1917-1918)
1. जन्म : 2 अक्टूबर 1869, पोरबन्दर (गुजरात)।
2. सत्याग्रह की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में।
3. भारत में आंदोलनों का नेतृत्व –
- चंपारण आंदोलन (1917, बिहार) : किसानों को नील की खेती से मुक्ति।
- अहमदाबाद आंदोलन (1918, गुजरात) : मिल मजदूरों के वेतन में वृद्धि।
- खेड़ा आंदोलन (1918, गुजरात) : फसल नष्ट होने पर कर वसूली रोकना।
8. समाज सुधार में गाँधीजी
- छुआछूत जैसी बुराइयों का विरोध।
- समाज को राष्ट्रवादी आंदोलन से जोड़ा।
- ग्रामीण जनता को जागरूक किया।
9. होमरूल आंदोलन (1916)
- स्थापना : बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेन्ट।
- उद्देश्य – ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन रहते हुए भारत को स्वशासन दिलाना।
- महत्व – आगे के राष्ट्रीय आंदोलन के लिए जमीन तैयार की।
10. दमन नीति
- ब्रिटिश सरकार ने गरम दल और आंदोलनकारियों पर कठोर दमन किया।
- तिलक और एनी बेसेन्ट को जेल में डाला गया।
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