तत्वों का वर्गीकरण
तत्व दो मुख्य प्रकार के होते हैं :
- धातु (Metals)
- अधातु (Non-Metals)
कुछ तत्व धातु और अधातु दोनों के गुण प्रदर्शित करते हैं, इन्हें उपधातु कहते हैं।
उदाहरण:
- धातु – सोना (Au), चाँदी (Ag), लोहा (Fe), ताँबा (Cu), एल्युमिनियम (Al)
- अधातु – कार्बन (C), ऑक्सीजन (O), नाइट्रोजन (N), सल्फर (S), फॉस्फोरस (P)
धातुओं और अधातुओं की प्राप्ति
- स्वतंत्र अवस्था में – सोना, प्लैटिनम।
- संयुक्त अवस्था में – लोहा, एल्युमिनियम आदि, जो ऑक्साइड, सल्फाइड, कार्बोनेट या सल्फेट के रूप में मिलते हैं।
- खनिज (Minerals): वे प्राकृतिक पदार्थ जिनमें धातुएँ मिलती हैं।
- अयस्क (Ore): वह खनिज जिनसे धातु लाभकारी तरीके से प्राप्त की जाती है।
- धातुकर्म (Metallurgy): अयस्क से धातु निकालने की प्रक्रिया।
- (1) अयस्क का सान्द्रण
- (2) सान्द्रित अयस्क का ऑक्साइड में परिवर्तन
- (3) धातु का निष्कर्षण
- (4) धातु का शोधन
धातुओं के सामान्य भौतिक गुण
- सामान्य ताप पर ठोस (पारा अपवाद – द्रव)।
- अधिकांश धातुएँ चमकदार होती हैं (धात्विक चमक)।
- कठोर (सोडियम मुलायम अपवाद)।
- ध्वनिकता: टकराने पर विशेष ध्वनि (घंटी, वाद्ययंत्र)।
- सामान्यतः पानी से भारी (घनत्व अधिक)।
- अधिकतर का गलनांक उच्च (लोहे का 1539°C), अपवाद – गैलियम हथेली पर पिघल जाता है।
- ऊष्मा और विद्युत के अच्छे चालक (चाँदी सर्वश्रेष्ठ, सीसा सबसे कम चालक)।
- आघातवर्धनीयता (Malleability): पीटकर चादर बन सकती हैं।
- तन्यता (Ductility): तार में खींची जा सकती हैं (सोना सर्वाधिक तन्य)।
अधातुओं के सामान्य भौतिक गुण
- ठोस, द्रव, गैस तीनों रूपों में (जैसे – सल्फर ठोस, ब्रोमीन द्रव, ऑक्सीजन गैस)।
- रंगीन (सल्फर – पीला, क्लोरीन – हरा-पीला)।
- सामान्यतः बिना चमक (हीरा और आयोडीन अपवाद)।
- कठोरता कम (हीरा अपवाद – सबसे कठोर)।
- ध्वनिकता नहीं।
- घनत्व सामान्यतः कम।
- गलनांक कम (ग्रेफाइट अपवाद – बहुत उच्च गलनांक)।
- ऊष्मा व विद्युत की कुचालक (ग्रेफाइट अपवाद – सुचालक)।
- भंगुर – पीटने पर चूर्ण में टूट जाते हैं।
धातुओं के रासायनिक गुण
1. वायु के साथ: धातु + ऑक्सीजन → धातु ऑक्साइड (क्षारीय प्रकृति)।
- उदाहरण: 2Cu + O₂ → 2CuO
2.जल के साथ: धातु + H₂O → धातु हाइड्रॉक्साइड + H₂
- उदाहरण: Mg + 2H₂O → Mg(OH)₂ + H₂
3.अम्ल के साथ: धातु + अम्ल → लवण + H₂ गैस
- उदाहरण: 2Al + 6HCl → 2AlCl₃ + 3H₂
धातुओं की सक्रियता श्रेणी
सोना < चाँदी < ताँबा < लोहा < जस्ता < एल्युमिनियम < मैग्नीशियम < सोडियम
अधातुओं के रासायनिक गुण
1. वायु के साथ → अम्लीय ऑक्साइड
- C + O₂ → CO₂
- S + O₂ → SO₂
2.जल के साथ – सामान्यतः अभिक्रिया नहीं।
3.अम्ल के साथ – सामान्यतः अभिक्रिया नहीं (अपवाद – सल्फर, HNO₃ से)।
धातु और अधातु में अंतर
गुण | धातु | अधातु |
---|---|---|
भौतिक अवस्था | प्रायः ठोस, कठोर, चमकदार | ठोस/द्रव/गैस, अधिकतर नरम |
घनत्व व गलनांक | सामान्यतः अधिक | सामान्यतः कम |
चालकता | ऊष्मा व विद्युत के सुचालक | कुचालक (ग्रेफाइट अपवाद) |
आघातवर्धनीयता व तन्यता | होती है | नहीं होती (भंगुर) |
वायु के साथ क्रिया | क्षारीय ऑक्साइड बनाते हैं | अम्लीय ऑक्साइड बनाते हैं |
जल के साथ | हाइड्रॉक्साइड और H₂ बनता है | सामान्यतः क्रिया नहीं |
अम्ल के साथ | लवण व H₂ गैस बनती है | सामान्यतः क्रिया नहीं |
उत्कृष्ट धातुएँ
- वे धातुएँ जिन पर वायु, जल, अम्ल आदि का कोई प्रभाव नहीं होता।
- उदाहरण: सोना, चाँदी, प्लेटिनम
- सोने की शुद्धता कैरेट में मापी जाती है (24 कैरेट = सबसे शुद्ध)।
मिश्रधातु (Alloys)
- दो या दो से अधिक धातुओं (या धातु + अधातु) का मिश्रण।
- उद्देश्य – कठोरता बढ़ाना, जंग से बचाना, तन्यता बढ़ाना, गलनांक कम करना।
उदाहरण:
- स्टील = लोहा + कार्बन
- स्टेनलेस स्टील = लोहा + निकिल + क्रोमियम
- पीतल = ताँबा + जस्ता
- काँसा = ताँबा + टिन
- ड्यूराल्यूमिन = एल्युमिनियम + ताँबा + Mg + Mn
धातु संक्षारण (Corrosion)
- वायुमंडल या रासायनिक पदार्थों द्वारा धातु का धीरे-धीरे नष्ट होना।
- जंग (Rusting): लोहे पर Fe₂O₃·xH₂O की परत जमना।
- आवश्यक कारक – वायु (ऑक्सीजन) + नमी।
संक्षारण रोकने के उपाय
- पेंट करना
- ग्रीस/तेल लगाना
- गैल्वनीकरण (लोहे पर जिंक की परत चढ़ाना)
- विद्युत लेपन (टिन/क्रोमियम चढ़ाना)
- मिश्रधातु बनाना (जैसे स्टेनलेस स्टील)
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