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अभ्यास
प्रश्न 1 : सही विकल्प चुनिए-
(1) निम्न में से किसकी संरचना अक्रिस्टलीय नहीं है-
(अ) हीरा (ब) काजल (स) फुलरीन (द) ग्रेफाइट
उत्तर: (अ) हीरा
(2) ग्रेफाइट में एक कार्बन परमाणु अन्य कितने परमाणुओं से जुड़ता है-
(अ) पाँच (ब) दो (स) चार (द) तीन
उत्तर: (द) तीन
(3) फुलरीन में मूलतः कार्बन परमाणुओं की संख्या है-
(अ) 30 (ब) 60 (स) 50 (द) 20
उत्तर: (ब) 60
प्रश्न 2 : रिक्त स्थान भरिए-
1. शुष्क बर्फ ठोस कार्बन डाइऑक्साइड है।
2. CaCO₃ + 2HCl → CaCl₂ + H₂O + CO₂
3. C + O₂ → CO₂
4. हीरे तथा ग्रेफाइट के रासायनिक गुण समान होते हैं।
5.प्रकाश संश्लेषण में कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस उपयोगी है।
6.कार्बन डाइऑक्साइड चूने के पानी को दूधिया कर देती है।
7.हीरे में एक कार्बन परमाणु अन्य चार कार्बन परमाणुओं से जुड़ा रहता है।
8.ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक होता है।
9.कांच काटने वाले औजारों में हीरे का उपयोग होता है।
10.हीरे को वायु में जलाने पर कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस प्राप्त होती है।
प्रश्न 3 : निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
(1) पौधों तथा जन्तुओं के शरीर में कार्बन किन यौगिकों के रूप में पाया जाता है? नाम लिखिए।
उत्तर: पौधों तथा जन्तुओं के शरीर में कार्बन कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा जैसे जटिल कार्बनिक यौगिकों के रूप में पाया जाता है।
(2) अपररूपता किसे कहते हैं?
उत्तर: जब कोई तत्व दो या दो से अधिक रूपों में पाया जाता है जिनके भौतिक गुण भिन्न होते हैं लेकिन रासायनिक गुण समान रहते हैं, तो उस गुण को अपररूपता कहते हैं और उन रूपों को अपररूप कहते हैं।
(3)कार्बन के क्रिस्टलीय रूप कौन से हैं? नाम लिखिए।
उत्तर: कार्बन के क्रिस्टलीय रूप हीरा और ग्रेफाइट हैं।
(4) ग्रेफाइट का उपयोग स्नेहक के रूप में क्यों किया जाता है?
उत्तर: ग्रेफाइट की संरचना परतदार होती है। इन परतों के बीच बंध बहुत कमजोर होते हैं जिससे ये एक-दूसरे पर फिसल सकती हैं। इस कारण ग्रेफाइट चिकना होता है और मशीनों के पुर्जों को चिकना करने के लिए स्नेहक (lubricant) के रूप में उपयोग किया जाता है।
(5) हीरे तथा ग्रेफाइट की संरचना में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
- हीरे में: प्रत्येक कार्बन परमाणु चार अन्य कार्बन परमाणुओं से मजबूत बंधों द्वारा जुड़ा होता है और त्रिविमीय चतुष्फलकीय संरचना बनाता है।
- ग्रेफाइट में: प्रत्येक कार्बन परमाणु तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से जुड़कर षट्कोणीय परतदार संरचना बनाता है। इन परतों के बीच कमजोर बंध होने के कारण यह मुलायम होता है।
(6) हीरे का उपयोग कांच काटने के लिए क्यों किया जाता है?
उत्तर: हीरा अत्यन्त कठोर पदार्थ है, इस कारण इसका उपयोग कांच काटने वाले औजारों तथा पत्थर में छेद करने वाले औजारों में किया जाता है।
(7) वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की उपलब्धता किन क्रियाओं द्वारा संतुलित रहती है?
उत्तर: वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की उपलब्धता मुख्यतः प्रकाश संश्लेषण तथा श्वसन क्रियाओं द्वारा संतुलित रहती है।
(8) कोयला को वायु में जलाने पर क्या होता है? रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर: कोयले को वायु में जलाने पर कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनती है।
समीकरण:C + O₂ → CO₂
(9) खाने के सोडे तथा सिरके की क्रिया से कौन सी गैस प्राप्त होती है? गैस का नाम, सूत्र एवं दो उपयोग लिखिए।
उत्तर: खाने के सोडे और सिरके की क्रिया से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) गैस प्राप्त होती है।
समीकरण:NaHCO₃ + CH₃COOH → CH₃COONa + H₂O + CO₂↑
उपयोग:
- आग बुझाने वाले यंत्रों में।
- शीतल पेय पदार्थों में घुली रहती है।
(10) प्रयोगशाला में CO₂ बनाने की विधि का नामांकित चित्र बनाइए एवं विधि लिखिए।
उत्तर:विधि: चूना पत्थर (CaCO₃) पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) की क्रिया से कार्बन डाइऑक्साइड गैस प्राप्त होती है।
समीकरण:CaCO₃ + 2HCl → CaCl₂ + H₂O + CO₂↑
(11) CO₂ के चार गुण लिखिए।
उत्तर:
- यह रंगहीन और गंधहीन गैस है।
- यह जल में घुलकर कार्बोनिक अम्ल बनाती है।
- यह वायु से भारी होती है।
- यह चूने के पानी को दूधिया कर देती है।
(12) कोक एवं ग्रेफाइट के गुणों की तुलना कीजिए।
उत्तर:
- कोक: काला ठोस पदार्थ है, जो वायु की अनुपस्थिति में कोयले को गर्म करने पर प्राप्त होता है। यह ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है।
- ग्रेफाइट: काला-भूरा, चिकना और मुलायम पदार्थ है, जो विद्युत का सुचालक होता है और पेंसिल की लीड व इलेक्ट्रोड बनाने में काम आता है।
(13) हीरे तथा ग्रेफाइट के उपयोग लिखिए।
उत्तर:हीरा:
- गहनों में रत्न के रूप में।
- कांच काटने और पत्थर में छेद करने के औजारों में।
- आंख के ऑपरेशन में उपयोगी बारीक चाकू की नोक बनाने में।
ग्रेफाइट:
- पेंसिल की लीड बनाने में।
- मशीनों में स्नेहक के रूप में।
- शुष्क सेल और विद्युत भट्टियों में इलेक्ट्रोड के रूप में।
(14) एक, दो, तीन एवं चार कार्बन परमाणुओं वाले हाइड्रोकार्बन के नाम लिखिए।
उत्तर:
- एक कार्बन वाला – मेथैन (CH₄)
- दो कार्बन वाला – एथैन (C₂H₆)
- तीन कार्बन वाला – प्रोपेन (C₃H₈)
- चार कार्बन वाला – ब्यूटेन (C₄H₁₀)
(15) प्रयोगशाला में मेथैन गैस बनाने की प्रयोगशाला विधि का चित्र सहित वर्णन कीजिए।
उत्तर: सोडियम ऐसीटेट को सोडियम हाइड्रॉक्साइड और कैल्सियम ऑक्साइड (सोडा-लाइम) के साथ गर्म करने पर मेथैन गैस बनती है।समीकरण:CH₃COONa + NaOH → CH₄ + Na₂CO₃
(16) मेथैन के उपयोग लिखिए।
उत्तर:
- घरेलू एवं औद्योगिक ईंधन के रूप में।
- वाहनों में संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) के रूप में।
- काजल (कज्जल कार्बन) बनाने में।
- विभिन्न कार्बनिक यौगिकों के निर्माण में।

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