ग्रामीण अर्थव्यवस्था का विकास
Short Questions Answer
1. अर्थव्यवस्था से क्या आशय है?
अर्थव्यवस्था एक ऐसी प्रणाली है जिसके द्वारा मनुष्य जीविकोपार्जन करता है तथा जिसमें उत्पादन इकाइयाँ, खेत, कारखाने, दुकानें, बैंक, स्कूल आदि सम्मिलित होते हैं।
2. ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार क्या है?
भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है क्योंकि अधिकांश जनसंख्या गाँवों में निवास करती है और कृषि पर निर्भर है।
3. अंग्रेजों के आगमन से पूर्व भारत के गाँव किस प्रकार के थे?
अंग्रेजों के आगमन से पूर्व भारत के गाँव आत्मनिर्भर, समृद्ध और खुशहाल थे, जहाँ गाँववासी अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति स्वयं करते थे।
4. वस्तु विनिमय प्रणाली से क्या तात्पर्य है?
वस्तु विनिमय प्रणाली में वस्तु के बदले वस्तु या सेवा का आदान–प्रदान किया जाता था, इसमें मुद्रा का प्रयोग नहीं होता था।
5. अंग्रेजों के आगमन के बाद भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्या परिवर्तन आए?
अंग्रेजों के आगमन के बाद दस्तकारी का पतन हुआ, आत्मनिर्भरता समाप्त हुई और कृषि भूमि का हस्तांतरण कृषकों से महाजनों को होने लगा।
6. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कौन-कौन से परिवर्तन आए?
स्वतंत्रता के बाद बहुविध फसलें ली जाने लगीं, शिक्षा व स्वास्थ्य का विस्तार हुआ, सहायक उद्योगों का विकास हुआ और तकनीकी उन्नति हुई।
7. जमींदारी प्रथा क्या थी?
1793 में लार्ड कार्नवालिस द्वारा प्रारंभ की गई प्रणाली, जिसमें भू-राजस्व एकत्र करने के लिए जमींदार नियुक्त किए गए जो किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थ थे।
8. चकबंदी से क्या तात्पर्य है?
चकबंदी वह प्रक्रिया है जिसमें किसान की छोटी-छोटी बिखरी जोतों को मिलाकर एक बड़ा खेत बनाया जाता है ताकि खेती लाभप्रद बन सके।
9. आदर्श ग्राम की एक विशेषता लिखिए।
आदर्श ग्राम में स्वच्छ पेयजल, उन्नत कृषि व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन की उचित व्यवस्था होती है।
10. कुटीर एवं लघु उद्योगों का क्या महत्व है?
ये उद्योग ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देते हैं, आय बढ़ाते हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाते हैं।
Long Questions Answer
1. भारत की प्राचीन ग्रामीण अर्थव्यवस्था की विशेषताएँ बताइए।
प्राचीन ग्रामीण अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर थी।
- गाँनिमय प्रणाली प्रचलित थी।
- श्रम विभाजन वंशानुगत था।
- श्रमिक अपने गाँवों में ही रहते थे।
- बाह्य दुनिया से संपर्क बहुत कम था।
- ग्रामवासी अपनी सभी आवश्यकताएँ गाँव में ही पूरी करते थे।
2. अंग्रेजों के आगमन के बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्या परिवर्तन हुए?
अंग्रेजों की नीतियों के कारण ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बड़े परिवर्तन आए —
- दस्तकारी और हस्तकला का पतन हुआ।
- आत्मनिर्भरता समाप्त हो गई।
- कृषि भूमि का हस्तांतरण कृषकों से महाजनों को हुआ।
- कृषक भूमिहीन और निर्धन हो गए।
- गाँवों की समृद्धि खत्म हो गई और निर्धनता बढ़ी।
3. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद ग्रामीण अर्थव्यवस्था में आए प्रमुख परिवर्तन लिखिए।
- भूमि सुधार और जमींदारी प्रथा का अंत हुआ।
- बहुविध फसलें (खरीफ, रबी, जायद) उगाई जाने लगीं।
- मौद्रिक प्रणाली का प्रचलन हुआ।
- शिक्षा और स्वास्थ्य का विस्तार हुआ।
- सहायक उद्योगों और तकनीकी उन्नति से गाँवों का विकास हुआ।
4. ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास हेतु सरकार द्वारा किए गए प्रयास बताइए।
- भूमि सुधार और फसल बीमा योजना लागू की गई।
- ग्रामीण बैंकों की स्थापना से ऋण सुविधा उपलब्ध कराई गई।
- प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत सड़क नेटवर्क बढ़ाया गया।
- इंदिरा आवास योजना और ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम शुरू किए गए।
- कुटीर एवं लघु उद्योगों के विकास के लिए संस्थाएँ और बैंक स्थापित किए गए।
5. कुटीर एवं लघु उद्योग ग्रामीण विकास में कैसे सहायक हैं?
- ये ग्रामीणों को रोजगार प्रदान करते हैं।
- स्थानीय कच्चे माल का उपयोग करते हैं।
- बड़े उद्योगों से प्रतिस्पर्धा को कम करते हैं।
- आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ाते हैं।
- विपणन, प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता से ग्रामीणों की आय में वृद्धि करते हैं।
6. प्राचीन और आधुनिक ग्रामीण अर्थव्यवस्था में अंतर स्पष्ट कीजिए।
आधार प्राचीन आधुनिक
आत्मनिर्भरता पूरी तरह आत्मनिर्भर बाहरी वस्तुओं पर निर्भर
कृषि उद्देश्य जीवन निर्वाह वाणिज्यिक
श्रम गतिशीलता गतिहीन गतिशील
शिक्षा सीमित सर्वसुलभ
संचार हरकारे फोन, टीवी, इंटरनेट
7. आदर्श ग्राम की विशेषताएँ बताइए।
- उन्नत कृषि व्यवस्था
- स्वच्छ आवास और पेयजल सुविधा
- स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था
- परिवहन एवं संचार सुविधा
- ऊर्जा, पर्यावरण और औद्योगिक विकास
- प्रशासनिक पारदर्शिता और वित्तीय सुविधा
8. ग्राम दिमनी की आर्थिक स्थिति का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- जनसंख्या – 2346 (2001)
- प्रमुख व्यवसाय – 41% कृषि कार्य में संलग्न।
- अधिकांश परिवार निम्न आय वर्ग में।
- रहन-सहन का स्तर निम्न, 49% परिवार गरीब।
- सिंचाई सीमित और अपरदन की समस्या प्रमुख है।
9. ग्राम दिमनी की आर्थिक समस्याएँ और उनके समाधान लिखिए।
समस्याएँ:
- सिंचित क्षेत्र सीमित।
- अपरदन से मिट्टी की उत्पादकता घट रही है।
- बिजली की कमी से जल संसाधनों का पूर्ण उपयोग नहीं।
- रोजगार के साधनों की कमी।
समाधान:
- बीहड़ रोकथाम के लिए मिट्टी के बांध।
- जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण।
- डेयरी उद्योग व स्वरोजगार को बढ़ावा।
- बचत व स्वसहायता समूहों का गठन।
10. किसी गाँव को आत्मनिर्भर और विकासशील बनाने के लिए क्या प्रयास आवश्यक हैं?
- चकबंदी और सामूहिक कृषि को अपनाना।
- शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्वच्छता पर ध्यान देना।
- छोटे उद्योगों और स्वरोजगार को बढ़ावा देना।
- सड़क, संचार, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध कराना।
- ग्राम पंचायत और सहकारी संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना।

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