Short Questions Answer
प्रश्न: सिन्धु सभ्यता के दो प्रमुख नगरों के नाम लिखिए।
उत्तर: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा सिन्धु सभ्यता के प्रमुख नगर थे।
प्रश्न: सिन्धु सभ्यता की खोज किसने की थी?
उत्तर: हड़प्पा की खोज 1921 ई. में डॉ. दयाराम साहनी ने की थी।
प्रश्न: वैदिक सभ्यता के कितने वेद हैं और उनके नाम क्या हैं?
उत्तर: चार वेद हैं – ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद।
प्रश्न: जैन धर्म के संस्थापक कौन थे?
उत्तर: जैन धर्म के संस्थापक प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव थे।
प्रश्न: मौर्य साम्राज्य का संस्थापक कौन था?
उत्तर: मौर्य साम्राज्य का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य था।
प्रश्न: अशोक का हृदय परिवर्तन किस युद्ध के बाद हुआ?
उत्तर: अशोक का हृदय परिवर्तन कलिंग युद्ध के बाद हुआ।
प्रश्न: गुप्त काल को भारतीय इतिहास का स्वर्णयुग क्यों कहा जाता है?
उत्तर: गुप्त काल में कला, साहित्य, विज्ञान और राजनीति की अत्यधिक प्रगति हुई, इसलिए इसे स्वर्णयुग कहा गया।
प्रश्न: समुद्रगुप्त की विजयों का वर्णन किस अभिलेख में मिलता है?
उत्तर: प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ लेख) में समुद्रगुप्त की विजयों का वर्णन मिलता है।
प्रश्न: महात्मा बुद्ध को ज्ञान कहाँ प्राप्त हुआ था?
उत्तर: महात्मा बुद्ध को बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ था।
प्रश्न: सम्राट हर्षवर्धन की राजधानियाँ कौन-कौन सी थीं?
उत्तर: हर्षवर्धन की राजधानियाँ थानेश्वर और कन्नौज थीं।
Long Questions Answer
प्रश्न: वैदिक सभ्यता का वर्णन कीजिए।
उत्तर: वैदिक सभ्यता का काल लगभग 1500 ई.पू. से 600 ई.पू. तक माना जाता है। यह दो भागों में विभाजित है — पूर्व वैदिक और उत्तर वैदिक काल।
इस काल में समाज चार वर्णों — ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र — में बँटा था। परिवार समाज की मूल इकाई थी।
आर्थिक रूप से समाज कृषि प्रधान था; पशुपालन और वस्तु विनिमय प्रचलित था।
राजनीतिक रूप से ‘जन’ और ‘राजन’ जैसी संस्थाएँ कार्य करती थीं।
धार्मिक रूप से आर्य प्रकृति की उपासना करते थे और यज्ञ को महत्त्व देते थे।
स्त्रियों को उच्च स्थान प्राप्त था। शिक्षा, यज्ञ और सामाजिक जीवन में उनकी भागीदारी थी।
प्रश्न: सिन्धु सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ और उसकी देन बताइए।
उत्तर: सिन्धु सभ्यता विश्व की सबसे प्राचीन नगर सभ्यताओं में से एक थी।
इसकी प्रमुख विशेषताएँ थीं —
- सुव्यवस्थित नगर नियोजन, जल निकास प्रणाली और सड़कों की योजना।
- विशाल स्नानागार, ईंटों से बने मकान और योजनाबद्ध गलियाँ।
- व्यापारिक संबंध मेसोपोटामिया तक फैले हुए थे।
- सामाजिक दृष्टि से लोग कला, संगीत और सौंदर्य के प्रेमी थे।
इसकी प्रमुख देनें हैं — नगर नियोजन, जल निकासी प्रणाली, लेखन कला, आभूषण निर्माण और व्यापारिक संगठन।
प्रश्न: मौर्य साम्राज्य की स्थापना और चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रशासन की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: मौर्य साम्राज्य की स्थापना 322 ई.पू. में चन्द्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य की सहायता से की।
उसके शासन की प्रमुख विशेषताएँ थीं —
- राजा सर्वोच्च शासक था और मंत्रिपरिषद उसकी सहायता करती थी।
- साम्राज्य प्रांतों में विभाजित था, जिन पर राजकुमार शासन करते थे।
- कर प्रणाली संगठित थी; भूमिकर आय का प्रमुख स्रोत था।
- नगरों का संचालन समितियों द्वारा किया जाता था।
- सेना छह विभागों में विभाजित थी।
इस प्रकार चन्द्रगुप्त मौर्य ने संगठित और सशक्त प्रशासन प्रणाली स्थापित की।
प्रश्न: अशोक के धम्म की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर: कलिंग युद्ध के बाद अशोक ने बौद्ध धर्म अपना लिया और ‘धम्म’ की नीति अपनाई।
उसके धम्म की मुख्य विशेषताएँ थीं —
- अहिंसा और सहिष्णुता पर बल।
- माता-पिता, गुरु और प्राणिमात्र का सम्मान।
- सत्य, नैतिक आचरण और शिष्टाचार का पालन।
- युद्ध के स्थान पर धर्मयात्रा को अपनाना।
- जनता के कल्याण के लिए धर्ममहामात्रों की नियुक्ति।
अशोक का धम्म मानवीय मूल्यों पर आधारित था जिसने उसे ‘देवानांप्रिय प्रियदर्शी’ की उपाधि दिलाई।
प्रश्न: गुप्त काल को भारतीय इतिहास का स्वर्णयुग क्यों कहा जाता है?
उत्तर: गुप्त काल (319 ई.–550 ई.) में भारत ने हर क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति की।
राजनीतिक रूप से साम्राज्य एकता में बंधा था।
आर्थिक रूप से समृद्धि थी, कृषि और व्यापार फल-फूल रहे थे।
साहित्य में कालिदास, वराहमिहिर, आर्यभट्ट जैसे महान व्यक्ति हुए।
विज्ञान में शून्य और दशमलव प्रणाली का आविष्कार हुआ।
कला, स्थापत्य और मूर्तिकला में अतुलनीय उन्नति हुई।
इन्हीं कारणों से इस काल को “भारत का स्वर्णयुग” कहा गया।
प्रश्न: समुद्रगुप्त की विजयों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर: समुद्रगुप्त (335–375 ई.) गुप्त साम्राज्य का सबसे शक्तिशाली शासक था।
उसने आर्यावर्त के नौ गणराज्यों, मध्य भारत के 18 राज्यों और दक्षिण भारत के 12 राज्यों पर विजय प्राप्त की।
उसकी विजयों का उल्लेख प्रयाग प्रशस्ति में मिलता है।
समुद्रगुप्त ने विजित राज्यों को कर देकर स्वतंत्र रहने दिया।
उसकी नीति उदार और व्यावहारिक थी, इसलिए उसे “भारतीय नेपोलियन” कहा गया।
प्रश्न: सम्राट हर्षवर्धन के शासन प्रबंध का वर्णन कीजिए।
उत्तर: हर्षवर्धन थानेश्वर का शासक था जिसने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।
उसका साम्राज्य हिमालय से नर्मदा तक फैला था।
राज्य का शासन राजतंत्रात्मक था; राजा सर्वोच्च था।
प्रान्तों का शासन उपरिक नामक अधिकारी करते थे।
विभागीय पदाधिकारी जैसे महाबलाधिकृत, महासंधिविग्रहाधिकृत आदि कार्यरत थे।
भूमिकर राज्य की प्रमुख आय थी।
दंड विधान कठोर था जिससे अपराध कम होते थे।
वह न्यायप्रिय, विद्यानुरागी और दानी शासक था।
प्रश्न: जैन धर्म के मुख्य सिद्धांत क्या थे?
उत्तर: जैन धर्म के संस्थापक ऋषभदेव और प्रचारक वर्धमान महावीर थे।
इस धर्म के मुख्य सिद्धांत हैं —
- अहिंसा, सत्य, अस्तेय, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य (पंचमहाव्रत)।
- आत्म-नियंत्रण और त्याग का जीवन।
- हिंसा के बारे में सोचना, बोलना या करवाना भी अधर्म है।
जैन धर्म का उद्देश्य आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति है।
प्रश्न: बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य और अष्टांगिक मार्ग क्या हैं?
उत्तर: चार आर्य सत्य —
- जीवन में दुःख है,
- दुःख का कारण तृष्णा है,
- दुःख का निवारण संभव है,
- निवारण का मार्ग अष्टांगिक मार्ग है।
अष्टांगिक मार्ग – सम्यक दृष्टि, सम्यक संकल्प, सम्यक वाक्, सम्यक कर्म, सम्यक आजीविका, सम्यक प्रयास, सम्यक स्मृति और सम्यक समाधि।
प्रश्न: हड़प्पा और वैदिक सभ्यता के बीच क्या संबंध था?
उत्तर: दोनों सभ्यताएँ एक ही क्षेत्र (सप्त-सिन्धु) में विकसित हुईं।
उनके काल एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और उनकी सांस्कृतिक संरचना में समानताएँ हैं।
इसलिए इतिहासकार मानते हैं कि हड़प्पा और वैदिक सभ्यता एक सिक्के के दो पहलू हैं —
एक का भौतिक पक्ष हड़प्पा है और आध्यात्मिक पक्ष वैदिक सभ्यता।

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