Imp Questions For All Chapters – SST Class 7
Short Questions
प्रश्न: वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है?
उत्तर: यह बिना मुद्रा के वस्तुओं और सेवाओं का आदान-प्रदान करने की प्रणाली है।
प्रश्न: मुद्रा का उपयोग क्यों शुरू हुआ?
उत्तर: वस्तु विनिमय की समस्याओं को दूर करने के लिए।
प्रश्न: प्राचीन काल में विनिमय के लिए किन वस्तुओं का उपयोग होता था?
उत्तर: कौड़ी, नमक, चायपत्ती, पशुधन आदि।
प्रश्न: आवश्यकताओं का द्विसंयोग क्या है?
उत्तर: जब दो व्यक्तियों की वस्तुओं की आवश्यकता एक-दूसरे से मेल खाती है।
प्रश्न: मुद्रा का एक मुख्य कार्य क्या है?
उत्तर: यह मूल्य के संग्रहण का कार्य करती है।
प्रश्न: प्राचीन सिक्के किससे बनाए जाते थे?
उत्तर: सोना, चाँदी, ताँबा या उनकी मिश्रधातु से।
प्रश्न: कागजी मुद्रा का उपयोग सबसे पहले कहाँ हुआ?
उत्तर: चीन में।
प्रश्न: भारतीय रिजर्व बैंक का क्या कार्य है?
उत्तर: यह भारत में मुद्रा जारी करने को नियंत्रित करता है।
प्रश्न: डिजिटल मुद्रा क्या है?
उत्तर: इलेक्ट्रॉनिक रूप में मौजूद मुद्रा।
प्रश्न: क्यू.आर. कोड का उपयोग किस लिए होता है?
उत्तर: डिजिटल भुगतान के लिए।
Long Questions
प्रश्न: वस्तु विनिमय प्रणाली कैसे कार्य करती थी और इसमें किन वस्तुओं का उपयोग होता था?
उत्तर: वस्तु विनिमय में लोग अपनी वस्तुओं का दूसरों की वस्तुओं से आदान-प्रदान करते थे। इसमें कौड़ी, नमक, पशुधन, बीज आदि का उपयोग होता था।
प्रश्न: वस्तु विनिमय प्रणाली की प्रमुख सीमाएँ क्या थीं?
उत्तर: इसमें आवश्यकताओं का द्विसंयोग, मूल्य का सामान्य माप, विभाज्यता, सुवाह्यता और टिकाऊपन की समस्याएँ थीं। इनके कारण विनिमय जटिल हो जाता था।
प्रश्न: प्राचीन भारतीय सिक्कों की मुख्य विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर: प्राचीन सिक्के सोना, चाँदी, ताँबा या मिश्रधातु से बनते थे। उन पर राजा, देवी-देवता, जानवर आदि के चिह्न अंकित होते थे।
प्रश्न: समय के साथ मुद्रा के विभिन्न रूपों में कैसे परिवर्तन हुआ?
उत्तर: मुद्रा वस्तु विनिमय से सिक्कों, फिर कागजी नोटों और अब डिजिटल मुद्रा जैसे क्यू.आर. कोड तक विकसित हुई। यह प्रक्रिया व्यापार को आसान बनाने के लिए थी।
प्रश्न: प्राचीन काल में भारतीय सिक्कों को अन्य देशों में विनिमय का माध्यम बनाने के लिए क्या कदम उठाए गए होंगे?
उत्तर: शक्तिशाली शासकों ने सिक्कों को मानकीकृत किया और व्यापार के लिए अन्य राज्यों में स्वीकृति दिलाई। इससे समुद्री और स्थलीय व्यापार को बढ़ावा मिला।
प्रश्न: जोन बोल मेला में वस्तु विनिमय प्रणाली कैसे कार्य करती है?
उत्तर: जोन बोल मेले में लोग कंद-मूल, जड़ी-बूटी, हस्तनिर्मित वस्तुओं का चावल के पिठा आदि से विनिमय करते हैं। यह सामाजिक-सांस्कृतिक परंपरा आज भी जीवित है।
प्रश्न: मुद्रा के मूलभूत कार्य क्या हैं और ये व्यापार को कैसे सुगम बनाते हैं?
उत्तर: मुद्रा विनिमय का माध्यम, मूल्य का माप, संग्रहण और स्थगित भुगतान का मानक है। ये कार्य व्यापार को सरल और तेज बनाते हैं।
प्रश्न: कागजी मुद्रा के उपयोग से पहले सिक्कों के उपयोग में क्या समस्याएँ थीं?
उत्तर: सिक्कों को बड़ी मात्रा में ले जाना और संग्रहित करना कठिन था। कागजी मुद्रा ने इन समस्याओं को हल कर लेन-देन को आसान बनाया।
प्रश्न: डिजिटल मुद्रा और क्यू.आर. कोड ने लेन-देन को कैसे प्रभावित किया है?
उत्तर: डिजिटल मुद्रा और क्यू.आर. कोड ने भुगतान को तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाया। ये सिक्कों और नोटों की आवश्यकता को कम करते हैं।
प्रश्न: भारतीय रिजर्व बैंक नोटों की अवैध छपाई को रोकने के लिए क्या उपाय करता है?
उत्तर: भारतीय रिजर्व बैंक नोटों में सुरक्षा चिह्न, विशेष स्याही और उभरे हुए निशान जैसे उपाय करता है। ये नकली नोटों की पहचान को आसान बनाते हैं।
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