Imp Questions For All Chapters – SST Class 7
Short Questions
प्रश्न: द्वितीय नगरीकरण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर: भारत में प्रथम सहस्राब्दी सा.सं.पू. में गंगा मैदान और अन्य क्षेत्रों में नगरों का पुनर्जनन।
प्रश्न: जनपद का अर्थ क्या है?
उत्तर: जहाँ लोग निवास करते थे, उसे जनपद कहते थे।
प्रश्न: महाजनपद कितने थे?
उत्तर: 16 महाजनपद थे।
प्रश्न: मगध की राजधानी कौन सी थी?
उत्तर: राजगृह (आधुनिक राजगीर)।
प्रश्न: गणतांत्रिक शासन प्रणाली क्या थी?
उत्तर: जहाँ सभा या समिति द्वारा राजा का चयन और निर्णय लिए जाते थे।
प्रश्न: प्रथम सिक्के किस धातु के बने थे?
उत्तर: चाँदी।
प्रश्न: वर्ण व्यवस्था में कितने वर्ण थे?
उत्तर: चार (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र)।
प्रश्न: उत्तरापथ क्या था?
उत्तर: उत्तर-पश्चिम से पूर्वोत्तर भारत को जोड़ने वाला व्यापारिक मार्ग।
प्रश्न: शिशुपालगढ़ कहाँ स्थित था?
उत्तर: आधुनिक भुवनेश्वर, ओडिशा।
प्रश्न: लौह धातु का उपयोग किसमें हुआ?
उत्तर: कृषि उपकरण और हथियार बनाने में।
Long Questions
प्रश्न: भारत में द्वितीय नगरीकरण के प्रमुख स्रोत कौन-कौन से हैं और ये क्या दर्शाते हैं?
उत्तर: पुरातात्विक उत्खनन और वैदिक, बौद्ध, जैन साहित्य। ये प्राचीन नगरों के अवशेष और उनके विवरण प्रदान करते हैं।
प्रश्न: जनपद और महाजनपद में क्या अंतर था?
उत्तर: जनपद छोटे क्षेत्रीय राज्य थे, जबकि महाजनपद बड़े और शक्तिशाली राजकीय इकाइयाँ थे। इनका विकास व्यापार और कृषि के कारण हुआ।
प्रश्न: गंगा के मैदानी भाग ने महाजनपदों के विकास में कैसे योगदान दिया?
उत्तर: गंगा के उर्वर मैदान ने कृषि को बढ़ावा दिया। लौह की उपलब्धता और व्यापारिक मार्गों ने उनकी समृद्धि में सहायता की।
प्रश्न: महाजनपदों की राजधानियों की संरचना कैसी थी?
उत्तर: राजधानियाँ सुदृढ़ प्राचीरों और परिखाओं से घिरी थीं। प्रवेश द्वार संकीर्ण बनाए जाते थे ताकि नियंत्रण आसान हो।
प्रश्न: वज्जि और मल्ल महाजनपदों की शासन प्रणाली अन्य से कैसे भिन्न थी?
उत्तर: इनमें गणतांत्रिक शासन था, जहाँ सभा द्वारा राजा चुना जाता था। निर्णय सामूहिक विचार-विमर्श और मतदान से लिए जाते थे।
प्रश्न: लौह धातु विज्ञान ने द्वितीय नगरीकरण को कैसे प्रभावित किया?
उत्तर: लोहे के उपकरणों ने कृषि को बढ़ावा दिया। हल्के और मजबूत हथियारों ने युद्धकला और राज्य विस्तार में सहायता की।
प्रश्न: वर्ण और जाति व्यवस्था में क्या अंतर था?
उत्तर: वर्ण चार मुख्य समूह (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र) थे, जबकि जाति विशिष्ट पेशों और रीति-रिवाजों वाले समुदाय थे।
प्रश्न: प्राचीन भारत में सिक्कों के उपयोग ने क्या प्रभाव डाला?
उत्तर: सिक्कों ने व्यापार को सुगम और संगठित किया। विभिन्न महाजनपदों की मुद्राएँ विनिमय में प्रचलित थीं।
प्रश्न: उत्तरापथ और दक्षिणापथ मार्गों का क्या महत्व था?
उत्तर: ये मार्ग व्यापार, तीर्थयात्रा और सैन्य अभियानों के लिए महत्वपूर्ण थे। इनसे भारत के विभिन्न क्षेत्र जुड़े और संस्कृति का आदान-प्रदान हुआ।
प्रश्न: दक्षिण भारत में नगर निर्माण की प्रक्रिया कब और कैसे शुरू हुई?
उत्तर: 400 सा.सं.पू. के आसपास दक्षिण में नगर बने। चोल, चेर, पांड्य राज्यों और रत्न, स्वर्ण, मसालों के व्यापार ने इसमें योगदान दिया।
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