Notes For All Chapters – सामाजिक विज्ञान Class 7
1. संविधान क्या है?
- संविधान एक लिखित प्रलेख (दस्तावेज़) है।
- यह देश को चलाने वाली नियम-पुस्तिका है।
- इसमें देश की राजनीतिक व्यवस्था, नागरिकों के अधिकार व कर्तव्य, सरकार की संरचना और कार्यप्रणाली स्पष्ट की जाती है।
- संविधान यह तय करता है –
- सरकार के तीन अंग – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका।
- इन अंगों की भूमिका, अधिकार और जिम्मेदारियाँ।
- नागरिकों के मौलिक अधिकार और कर्तव्य।
- देश के दीर्घकालिक लक्ष्य और आदर्श।
2. संविधान की आवश्यकता क्यों है?
- जैसे खेल खेलने के लिए नियम आवश्यक होते हैं, वैसे ही देश चलाने के लिए संविधान ज़रूरी है।
- संविधान के बिना देश में अव्यवस्था और विवाद उत्पन्न हो सकते हैं।
- संविधान सुनिश्चित करता है कि –
- सरकार की शक्ति पर नियंत्रण हो।
- नागरिकों के अधिकार सुरक्षित रहें।
- न्याय, समानता और स्वतंत्रता बनी रहे।
3. भारतीय संविधान का निर्माण
- संविधान सभा का गठन – 9 दिसंबर 1946
- सदस्य – प्रारंभ में 389, विभाजन के बाद 299 (15 महिलाएँ भी शामिल)
- अध्यक्ष – डॉ. राजेंद्र प्रसाद
- प्रारूप समिति के अध्यक्ष – डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर
- अवधि – लगभग 3 वर्ष
- पूरा हुआ – 26 नवम्बर 1949
- लागू हुआ – 26 जनवरी 1950 (गणतंत्र दिवस)
4. संविधान निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक
- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम
- आदर्श : समानता, न्याय, स्वतंत्रता और बंधुत्व।
- स्वतंत्रता संग्राम के नेता संविधान सभा में शामिल थे।
- भारतीय सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत
- वसुधैव कुटुम्बकम् (विश्व एक परिवार)
- सर्वे भवन्तु सुखिनः (सभी सुखी हों)
- ज्ञान और शिक्षा की खोज
- महिलाओं का सम्मान
- मतभेदों का स्वीकार
- अन्य देशों के संविधान से प्रेरणा
- फ्रांस : स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- अमेरिका : स्वतंत्र न्यायपालिका
- आयरलैंड : नीति-निर्देशक तत्व
- ब्रिटेन : संसदीय व्यवस्था
5. भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएँ
- विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान
- वर्तमान में 25 भाग और 12 अनुसूचियाँ।
- त्रिस्तरीय शासन व्यवस्था – केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय।
- मौलिक अधिकार
- समानता का अधिकार
- स्वतंत्रता का अधिकार
- शोषण के विरुद्ध अधिकार
- शिक्षा का अधिकार
- मौलिक कर्तव्य
- संविधान, राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान का आदर करना।
- पर्यावरण और संस्कृति की रक्षा करना।
- देश की रक्षा करना।
- बच्चों को शिक्षा देना।
- राज्य के नीति-निर्देशक तत्व
- सभी को अच्छा जीवन-स्तर।
- स्वास्थ्य, शिक्षा और पोषण।
- पर्यावरण की रक्षा।
- समान नागरिक संहिता।
- संविधान एक जीवंत प्रलेख है, इसमें समय-समय पर संशोधन होते हैं।
6. उद्देशिका (Preamble) के मूल्य
- संप्रभु (Sovereign) – देश पर कोई बाहरी शक्ति नियंत्रण नहीं कर सकती।
- समाजवादी (Socialist) – संसाधनों का लाभ समाज में समान रूप से बाँटा जाए।
- पंथनिरपेक्ष (Secular) – राज्य का कोई धर्म नहीं; सभी धर्मों को समान सम्मान।
- लोकतांत्रिक (Democratic) – जनता द्वारा चुनी गई सरकार।
- गणराज्य (Republic) – राष्ट्रपति चुना जाता है, वंशानुगत नहीं।
- न्याय (Justice) – सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय।
- स्वतंत्रता (Liberty) – विचार, अभिव्यक्ति और विश्वास की स्वतंत्रता।
- समानता (Equality) – सभी नागरिकों के लिए समान अवसर।
- बंधुता (Fraternity) – सबको एक परिवार की तरह मानना।
7. संविधान की कलात्मकता
- संविधान का मूल पाठ – प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने हस्तलिखित किया।
- चित्रांकन – नंदलाल बोस और सहयोगियों ने किया।
- मूल प्रति – हीलियम गैस से भरे काँच के डिब्बे में संसद भवन में सुरक्षित।
8. संविधान के संशोधन (Amendments)
- संविधान को समय-समय पर बदला जा सकता है।
- बदलाव संसद में चर्चा और राज्यों की सहमति से होता है।
- 42वाँ संशोधन (1976) – ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द उद्देशिका में जोड़े गए।
- 73वाँ संशोधन (1992) – पंचायती राज व्यवस्था जोड़ी गई।
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