Notes For All Chapters – सामाजिक विज्ञान Class 7
1. मौसम क्या है?
- किसी समय और स्थान विशेष पर वायुमंडलीय दशाओं को मौसम कहते हैं।
- पृथ्वी का वायुमंडल गैसों की एक परत है।
- सबसे नीचे की परत को क्षोभमंडल (Troposphere) कहते हैं।
- इसकी ऊँचाई 6-18 किमी होती है।
- सभी जीव-जन्तु इसी परत में रहते हैं।
- अधिकतर मौसम संबंधी घटनाएँ इसी में घटित होती हैं।
2. मौसम के मुख्य तत्व
- तापमान (Temperature) – वायुमंडल कितना गर्म या ठंडा है।
- वर्षण (Precipitation) – वर्षा, हिमपात, ओले, सहिमवृष्टि आदि।
- वायुमंडलीय दबाव (Atmospheric Pressure) – वायु का भार जो पृथ्वी की सतह पर पड़ता है।
- पवन (Wind) – वायु का प्रवाह, जिसमें गति और दिशा दोनों शामिल हैं।
- आर्द्रता (Humidity) – वायु में उपस्थित जलवाष्प की मात्रा।
3. मौसम के अवलोकन के पारंपरिक संकेत
- चींटियाँ अंडे ऊँचे स्थान पर ले जाती हैं → वर्षा का संकेत।
- मेंढकों की तेज़ टर्राहट → वर्षा की संभावना।
- चीड़ के शंकु आर्द्रता के अनुसार खुलते-बंद होते हैं।
- पक्षियों की उड़ान और गिलहरियों का व्यवहार भी मौसम बताता है।
4. मौसम मापने के उपकरण
मौसम का तत्व | उपकरण (Instrument) |
---|---|
तापमान | तापमापी (Thermometer) |
वर्षण | वर्षामापी (Rain Gauge) |
वायुदाब | वायुदाबमापी (Barometer) |
पवन की दिशा | वातदिक्सूचक (Wind Vane) |
पवन की गति | पवन वेगमापी (Anemometer) |
आर्द्रता | आर्द्रतामापी (Hygrometer) |
5. मौसम तत्वों का विवरण
(क) तापमान
- सेल्सियस (°C) और फॉरेनहाइट (°F) पैमानों पर मापा जाता है।
- तापमान से ताप सीमा और औसत दैनिक तापमान निकाला जाता है।
- अधिकतम-न्यूनतम तापमापी विशेष रूप से उपयोगी है।
(ख) वर्षण
- वर्षा की मात्रा वर्षामापी (Rain Gauge) से मापी जाती है।
- उदाहरण: यदि नली में 5 मि.मी. जल इकट्ठा हुआ तो वर्षा = 5 मि.मी.
(ग) वायुमंडलीय दबाव
- सामान्य दाब = 1013 मिलीबार (mb)।
- अधिक ऊँचाई पर दाब कम हो जाता है।
- वायुदाबमापी (Barometer) से मापा जाता है।
- दबाव कम होने पर तूफान या चक्रवात की संभावना बढ़ती है।
(घ) पवन
- उच्च दबाव से निम्न दबाव की ओर वायु का प्रवाह = पवन।
- पवन की दिशा → वातदिक्सूचक (Wind Vane) से।
- पवन की गति → पवन वेगमापी (Anemometer) से।
- पवन मौसम की भविष्यवाणी, उड़ान और खेती में सहायक होती है।
(ङ) आर्द्रता
- वायु में जलवाष्प की मात्रा।
- सापेक्षिक आर्द्रता प्रतिशत में मापी जाती है।
- शुष्क मौसम → 20-40%
- आर्द्र मौसम → 60-80%
- आर्द्रतामापी (Hygrometer) से मापी जाती है।
6. मौसम केंद्र (Weather Station)
- यहाँ सभी उपकरण एक जगह लगे रहते हैं।
- नियमित आँकड़ों से मौसम की निगरानी और पूर्वानुमान किया जाता है।
- स्वचालित मौसम केंद्र (Automatic Weather Station) सेंसरों की मदद से आँकड़े स्वतः दर्ज करता है।
7. मौसम का पूर्वानुमान
- मौसम विज्ञानी आँकड़ों का अध्ययन करके आने वाले मौसम की भविष्यवाणी करते हैं।
- इससे हम बाढ़, सूखा, तूफान और चक्रवात जैसी आपदाओं से पहले तैयारी कर सकते हैं।
- मछुआरों, किसानों और सरकारों के लिए यह जानकारी बहुत उपयोगी है।
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