Notes For All Chapters – सामाजिक विज्ञान Class 7
1. गुप्त साम्राज्य का उदय
- तीसरी शताब्दी ई. से छठी शताब्दी ई. तक गुप्त साम्राज्य बहुत शक्तिशाली और समृद्ध रहा।
- राजधानी – पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना)।
- उदय के समय कुषाण साम्राज्य का पतन हो रहा था।
- उत्पत्ति – वर्तमान उत्तर प्रदेश के आसपास मानी जाती है।
2. प्रमुख शासक
- चंद्रगुप्त प्रथम
- गुप्त वंश के संस्थापक शासक माने जाते हैं।
- सिक्कों और रणनीतिक वैवाहिक गठबंधनों के लिए प्रसिद्ध।
- समुद्रगुप्त
- प्रयाग प्रशस्ति (राजकवि हरिषेण द्वारा लिखित) से जानकारी मिलती है।
- महत्वाकांक्षा – “धरणी बंध” (संपूर्ण पृथ्वी को एक करना)।
- अनेक युद्ध लड़े, पराजित राजाओं से कर व भेंट ली।
- कला, ज्ञान और व्यापार को प्रोत्साहित किया।
- सिक्कों पर स्वयं को वीणा बजाते हुए दर्शाया।
- चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य)
- दिल्ली का प्रसिद्ध लौह स्तंभ इन्हीं के समय स्थापित।
- उपाधि – विक्रमादित्य।
- कला, साहित्य और विज्ञान का उत्कर्ष।
- वैवाहिक गठबंधन – उनकी पुत्री प्रभावती गुप्त का विवाह वाकाटक राजकुमार से हुआ।
3. प्रशासन और शासन
- साम्राज्य को प्रांतों में बाँटा गया।
- भूमि दान (ताम्रपत्र अभिलेखों पर दर्ज) का प्रचलन।
- शासकों की उपाधियाँ – “महाराजाधिराज, सम्राट, चक्रवर्ती“।
- शासन की मजबूती के लिए युद्ध, कूटनीति और गठबंधन का प्रयोग।
4. समाज और अर्थव्यवस्था
- राजस्व का मुख्य स्रोत – भूमि कर।
- अन्य स्रोत – दंड-शुल्क, व्यापार कर, खदान, सिंचाई आदि।
- आंतरिक और बाह्य व्यापार फलता-फूलता रहा।
- रोम, यूनान, अरब और दक्षिण-पूर्व एशिया से व्यापार।
- सोकोट्रा द्वीप (अरब सागर) भारतीय व्यापार का महत्वपूर्ण पड़ाव।
फा-शिएन (चीनी यात्री) का विवरण –
- लोग प्रसन्न और समृद्ध।
- कर व्यवस्था सरल।
- नगरों में सफाई और सुव्यवस्था।
- निर्धनों, अनाथों और रोगियों की देखभाल।
- परंतु – चांडालों के साथ कठोर व्यवहार।
5. शिक्षा, साहित्य और विज्ञान
- नालंदा विश्वविद्यालय और बौद्ध विहारों को संरक्षण।
- संस्कृत साहित्य का उत्कर्ष।
- महाकवि कालिदास – मेघदूतम्, रघुवंशम् जैसी रचनाएँ।
- आर्यभट – ‘आर्यभटीय’, पृथ्वी का घूमना, ग्रहण की गणना, 365 दिन का वर्ष।
- वराहमिहिर – ‘बृहत्संहिता’, खगोलशास्त्र, ज्योतिष, मौसम और वास्तुकला।
- आयुर्वेद का संकलन – चरक संहिता, सुश्रुत संहिता।
6. कला और स्थापत्य
- अजंता गुफाएँ – जीवंत चित्रकला और बौद्ध स्तूप।
- सारनाथ – बुद्ध मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध।
- उदयगिरि गुफाएँ – विष्णु और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएँ।
- दशावतार मंदिर (देवगढ़, उत्तर प्रदेश) – विष्णु मंदिर।
- मूर्तिकला – गंगा और यमुना की मूर्तियाँ (अहिछत्र, उत्तर प्रदेश)।
7. गुप्त साम्राज्य का पतन
- छठी शताब्दी तक साम्राज्य कमजोर होने लगा।
- हूणों के आक्रमणों और क्षेत्रीय शासकों की शक्ति के कारण पतन।
- दक्षिण में पल्लव वंश और पूर्वोत्तर में कामरूप (वर्मन वंश) का उदय।
8. गुप्त काल की विशेषताएँ
- राजनीति – शक्तिशाली शासक और सुव्यवस्थित प्रशासन।
- समाज – समृद्ध, दानशील, परंतु जातिगत भेदभाव।
- अर्थव्यवस्था – व्यापार और कर व्यवस्था।
- कला – मूर्तिकला, चित्रकला और स्थापत्य का उत्कर्ष।
- विज्ञान – गणित, खगोलशास्त्र, चिकित्सा और धातु विज्ञान में प्रगति।
- साहित्य – संस्कृत काव्य और नाटक का विकास।
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